मेरठ। मंगलवार को अष्टमी का पर्व श्रद्धा व भक्तिभाव से मनाया गया। मंदिरों में माता का शृंगार, भोग व आरती हुई। इस बार कोरोना के बढ़ते प्रकोप का भय रहा कि अधिकांश कॉलोनी, मोहल्लों में कन्या पूजन सिमट गया।
अष्टमी पर्व पर स्कूलों में अवकाश नहीं था। ऐसे में बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं सुबह से शुरू हो गईं। कन्या जिमाने के लिए लोग आमंत्रित करने पहुंचे तो बच्चों के क्लास में रहने के चलते मायूस होकर लौटना पड़ा। ऐसे में खाना बनाकर जरूरतमंदों के बीच पहुंचे और उन्हें वितरण किया। कुछ इलाकों में एक ही कन्या का पूजन कर देवी के नौ स्वरूप का ध्यान किया गया। अधिकांश स्थानों पर कन्याओं के लिए परोसा भेजा गया।
कुष्ठ आश्रम व अनाथालय में दिया भोजन
अष्टमी पर मंदिरों में माता का भव्य शृंगार कर भोग लगाकर प्रसाद वितरण हुआ। अधिकांश मंदिरों में इस बार भंडारों से परहेज किया गया। लोहिया नगर स्थित कांशीराम कुष्ठ आश्रम, दिल्ली रोड पर मेवला फाटक के पास स्थित स्वामी विवेकानंद कुष्ठ आश्रम, परतापुर कुष्ठ आश्रम के साथ ईस्टर्न कचहरी रोड स्थित रामानुज वैश्य अनाथालय व रजबन स्थित वृद्ध आश्रम में श्रद्धालुओं ने भोजन व दान दिया।

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