दिल से करें स्वागत, हिम्मत न हारने देः डॉ. अपर्ण जैन


मुजफ्फरनगर, 15 अप्रैल 2021। कोरोना तेजी से सभी जगहों पर फैल रहा है। सरकार द्वारा इसके फैलाव को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं एक सामाजिक प्राणी होने के नाते सभी का फर्ज बनता है कि कोविड-19 से प्रभावित लोगों के साथ सामाजिक भेदभाव न करें न ही उनका तिरस्कार करें, ऐसा करना वैज्ञानिक और मानवीय दोनों दृष्टिकोण से उचित नहीं है। ऐसा कहना है जिला अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉ० मनोज कुमार का। डॉ मनोज कुमार का कहना है कि कोरोना से जंग जीतने वालों ने एक ऐसे वायरस को हराया है जो कि किसी को भी और कभी अपनी चपेट में ले सकता है, इसमें उनका कोई दोष नहीं है, जिसके लिए उनके साथ सामाजिक भेदभाव किया जाए। आखिर वह भी हमारे समाज और परिवार के अभिन्न अंग हैं और इन विषम परिस्थितियों में जब वह कोरोना को लेकर तनाव और चिंता में हैं तो उनको मानसिक संबल प्रदान करना हम सभी का नैतिक दायित्व बनता है।
डॉ. मनोज कुमार ने बताया कोरोना प्रभावित व्यक्ति से बात करने पर यही पता चलता है कि उनको इसकी चपेट में आने से ज्यादा यह चिंता सताती रहती है कि लोग क्या कहेंगे और उनके साथ कैसा व्यवहार करेंगे। लॉकडाउन, क्वॉरेंटाइन में रहने तथा कोरोना से ठीक हुए लोगों से बातचीत के आधार पर उन्होंने बताया इन मरीजों में डिप्रेशन, नींद न आना, गुस्सा आना जैसे लक्षण थे। उन्होंने बताया ठीक हुए लोगों की इस चिंता और तनाव को तभी दूर किया जा सकता है जब हम उनके साथं पहले जैसा सामान्य व्यवहार करें। इसके साथ ही कोरोना से स्वस्थ हुए व्यक्ति को अलग-थलग करना अमानवीय है। इसीलिए समुदाय को बराबर जागरूक भी किया जा रहा है कि कोविड-19 को मात देने वाले व्यक्ति के साथ बातचीत करना पूरी तरह से सुरक्षित है। इसके अलावा यह भी जानना जरूरी है कि कोरोना से जंग जीतने वाले व्यक्ति से वायरस का संक्रमण नहीं फैलता है।
दिल से करें स्वागत, हिम्मत न हारने देः डॉ. अपर्ण जैन
स्वस्थ होकर अस्पताल से घर आने वालों का अगर करीबी दिल से स्वागत करें और उनका हालचाल जानें तो वह बहुत जल्दी ही चिंता और तनाव से उबर सकते हैं। इस दौरान ऐसे कई उदाहरण देखने को भी मिल रहे हैं जहाँ पर संक्रमितों के अस्पताल से लौटने पर सोसायटी या आस-पड़ोस के लोगों ने फूल बरसाकर उनका एक योद्धा के रूप में स्वागत भी किया है। इसी भावना को जिन्दा रखकर ही हम उनको मानसिक संबल प्रदान करने के साथ ही उनके कष्ट को दूर कर सकते हैं।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts