वेंक्टेश्वरा में नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति, प्रभावीक्रियान्वयन एवं चुनौतियां विषय पर एक दिवसीय सेमीनार


मेरठ। रविवार को दिल्ली-बाईपास स्थित श्री वेंक्टेश्वरा विविद्यालय/संस्थान में नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति, प्रभावी क्रियान्वयन एवं चुनौतिया विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन किया गया, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से आये शिक्षाविदों, प्राचार्यो, कुलपतियों, पूर्व कुलपति, वरिष्ठ शोधकर्ताओं ने एक सुर मे नयी शिक्षा नीति की प्रंशसा करते हुए इसको एक समान रुप से पूरे देश में अन्तिम छोर (अन्तोदय) तक लागू करने की वकालत की। इसके साथ ही सभी अतिथियों को शॉल भेटकर एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।


वेंक्टेश्वरा संस्थान के डॉ सीवी रमन केन्द्रीय आडिटोरियम में आयोजित नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति, प्रभावी क्रियान्वयन, विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमीनार का शुभारम्भ वेंक्टेश्वरा समूह के चेयरमैन डॉ सुधीर गिरि, प्रतिकुलाधिपति डॉ राजीव त्यागी, मुख्य वक्ता एसआईसीटीई के पूर्व निदेशक डॉ शीशपाल सिंह, कुलपति प्रो पीके भारती, डॉ विनय अवस्थी, आदि ने सरस्वती माँ की प्रतिमा के सन्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया।
अपने सम्बोधन में समूह चेयरमैन डॉ सुधीर गिरि ने कहा कि नयी शिक्षा नीति में प्राईमरी शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक में आमूलचूल ऐतिहासिक सकारात्मक सुझावों का समावेश है। नयी शिक्षा नीति युवाओ को स्वावलम्बी बनाने के साथ-2 सशक्त भारत निर्माण के साथ देश को विश्व गुरु बनने की ओर लेकर जाती है। अगर इसको दुनिया की टॉप टेन राष्ट्रीय शिक्षा नीतियो की सूची में अग्रिम स्थान मिले, तो कोई हैरानी की बात नहीं होगी।
मुख्य वक्ता अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के पूर्व निदेशक डॉ शीशपाल सिंह ने सभी शिक्षाविदो से अपील करते हुए कहा कि यदि सही में भारत को विश्व गुरु बनाना है, तो हमे शिक्षा के पुराने तौर तरीकों को छोडकर डिजिटल इण्डिया, उन्नत भारत, सशक्त भारत, स्किल इण्डिया जैसी कल्याणकारी योजनाओ को आत्मसात करते हुए आधुनिक तकनीक एवं नवाचारों (इनोवेशन) पर ध्यान देना होगा।
प्रतिकुलाधिपति डा. राजीव त्यागी ने कहा कि नयी शिक्षा नीति बहुत ही शानदार एवं सार्थक है, लेकिन सबसे बडी चुनौती इसके प्रभावी क्रियान्वयन की है। सरकार के साथ-2 शैक्षिक संस्थाओ, स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ प्रत्येक व्यक्ति को आगे आकर देश के अन्तिम छोर तक इस शानदार राष्ट्रीय शिक्षा नीति की पहुंच सुनिश्चित करानी होगी। राष्ट्रीय सेमीनार को कुलपति प्रो पीके भारती, परिसर निदेशक डॉ प्रभात श्रीवास्तव, प्रो एसकेसिंह, प्रो आरएसभदौरिया, डॉ संजय तिवारी समेत एक दर्जन से अधिक शिक्षाविदो ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर उपनिदेशक दूरस्थ शिक्षा अलका सिंह, कविता, दीपक कुमार, ब्रजपाल सिल, विश्वास त्यागी, विनयजीत, मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन उपनिदेशक दूरस्थ शिक्षा अलका सिंह ने किया।

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