सर्दी में कोविड के संभावित उछाल से निपटने के लिए प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने जारी किये दिशा निर्देश, स्वास्थ्य विभाग को और सतर्क रहने को कहा


सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों में आने वाले आईएलआई  एवं सारी के मामलों व अत्यधिक संभावना वाले व्यक्तियों की  कोविड जाँच करायी जाए



नोएडा, 29 अक्टूबर 2020। कोविड-19 की रोकथाम तथा सर्दी के मौसम में इसके संभावित उछाल से निपटने के लिए अपर मुख्य सचिव  स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद की ओर से स्वास्थ्य विभाग को सतर्क किया गया है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि सर्दी में कोविड की रोकथाम के लिए विशेष उपाय किए जाने की आवश्यकता है।

 अपर मुख्य सचिव  सचिव की ओर जारी निर्देशों में कहा गया है कि समय-समय पर जिले के लिए निर्धारित लक्ष्य के अनुसार आरटीपीसीआर एवं एंटीजन टेस्ट सुनिश्चित कराया जाए।  सैंपल संग्रह के कार्य को ध्यानपूर्वक एवं सावधानी से करने की आवश्यकता है, जिससे संक्रमण के प्रकरणों को शीघ्रतापूर्वक खोजा जा सके, ताकि कोविड संक्रमण के विस्तार को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया जा सके। प्रत्येक पॉजिटिव केस के औसतन २५ सम्पर्कों का पता लगाकर उनकी जाँच की जाए। सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों में आने वाले आईएलआई (इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस)  एवं सारी (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन) के मामलों की कोविड जाँच की जाए। सरकारी एवं निजी अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले सभी गंभीर मरीजों का कोविड टेस्ट सुनिश्चित किया जाए। सर्विलांस में पाए गए सभी आईएलआई  व सारी मामलों की जांच की जाए। संक्रमण की चपेट में आने की (जिनसे संक्रमण फैलने की सर्वाधिक सम्भावना है) जैसे- वेंडर , ऑटो रिक्शा चालक, स्वास्थ्य कर्मी, कोविड हेल्प डेस्क पर पहचान किये गये लक्षणयुक्त व्यक्तियों आदि  की जाँच की जाए।
लक्षणयुक्त व्यक्तियों /  अत्यधिक संभावना वाले व्यक्ति की एंटीजन जांच नकारात्मक पाए जाने पर आरटीपीसीआर से जांच अवश्य की जाए । बन्दीगृह में रहने वाले बन्दी, वृद्धाश्रम, बाल सुधार गृह, नारी निकेतन आदि में रहने वाले व्यक्तियों की नियमित रूप से जांच करायी जाए।  स्वास्थ्य कर्मियों को शीघ्र पुनः प्रशिक्षित कराया जाए, जिससे उन्हें नवीन/ अद्यतन जानकारी प्राप्त हो सके।  प्रशासन, पुलिस व सिविल सोसायटी के सहयोग से कोविड की रोकथाम के लिए मास्क पहनना, नियमित हाथ धोना व  सामाजिक दूरी बनाए रखने के व्यवहार को प्रोत्साहित किया जाए। प्राथमिकता पर कोविड टीकाकरण के लिए पब्लिक व प्राइवेट स्वास्थ्य कर्मियों को सूचीबद्ध किया जाए। प्रत्येक जिले में 15 दिसम्बर 2020 तक कोल्ड चैन की तैयारी पूर्ण कर ली जाए।  प्रदेश में सभी प्रकार के कोविड बेड पर्याप्त संख्या में हैं। पर्याप्त संख्या में जाँच करवाई जाए। जाँच होने पर मामलों की संख्या में वृद्धि होना सम्भावित है किंतु यही प्रयास सर्दी के मौसम में सम्भावित कोविड उछाल को रोकने में मदद करेगा। कोविड से होने वाली मृत्यु की गहराई से समीक्षा की जाए। इसके निष्कर्षों से सीख लेकर भविष्य में होने वाली परिहार्य मृत्यु पर रोक लगायी जा सकेगी। गुणात्मक उपचार, उपयुक्त सर्विलांस तथा उपचार में विलम्ब की रोकथाम से जिन्दगियां बचायी जा सकती हैं। होम आइसोलेशन में रखे गए रोगियों का नियमित अनुश्रवण किया जाए 7 शासनादेश की व्यवस्थानुसार पहले, चौथे व सातवें दिन होम आइसोलेशन के उपचाराधीनों के यहां विजिट हो  तथा सम्पर्क में आए सभी व्यक्तियों को प्रोफाइलेक्टिक( आइवरमेक्टिन) उपलब्ध करायी जाए। साथ  ही यह सुनिश्चित किया जाए कि कोविड-१९ से किसी व्यक्ति की मृत्यु होम आइसोलेशन के दौरान न हो तथा लक्षण आते ही उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया जाए।


 



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