होटल में बनाया कोविड केयर सेंटर, उपचाराधीन को खुद देना होगा खर्च

होटल में ठहरने व भोजन का उपचाराधीन को देना होगा शुल्क 

न्यूज़ प्रहरी, बुलंदशहर। कोविड-19 के  ऐसे लक्षण विहीन रोगियों व अत्यंत धीमे लक्षण वाले उपचाराधीन जो बेहतर सुविधा चाहते हैं और इसके लिए वह निजी तौर पर व्यय करने की क्षमता रखते हैं तो उनके लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से बुलंदशहर के डीएम रोड  स्थित राजदरबार होटल में व्यवस्था की गई है। इसके लिए होटल में कोविड-19 केयर सेंटर सशर्त संचालित किया जाएगा।

पिछले दिनों उत्तर-प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य एवं चिकित्सा) अमित मोहन प्रसाद ने जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेजकर होटलों में कोविड-19 केयर सेंटर बनाने के निर्देश दिए थे, जिसमें कहा गया है कि तमाम ऐसे लोग हैं जो कोरोना पॉजिटिव हैं मगर काफी कम लक्षण वाले हैं। वह एल-1 अस्पतालों में जाने से बचने के लिए बीमारी छिपा रहे हैं। अब ऐसे लोगों को अच्छी सुविधाएं देने के लिए होटलों में एल-1 प्लस कोविड-19 केयर सेंटर खोले जाएं। यहां का खर्च खुद मरीजों को ही वहन करना पड़ेगा।

शासन की ओर से प्रतिदिन के हिसाब से इनके रेट तय कर दिये गए हैं। साफ-सफाई व अन्य भोजन संबंधित सुविधाओं का उत्तरदायित्व होटल का होगा, लेकिन यदि किसी उपचाराधीन की तबीयत बिगड़ती है तो उसे एल-2 या फिर एल-3 सुविधा वाले अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा।

बुखार आने पर तुरंत जांच कराएं

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भवतोष शंखधर ने बुधवार को बताया कि बुलंदशहर के डीएम रोड स्थित राजदरबार होटल को कोविड-19 केयर सेंटर (एल-1 प्लस) बनाया गया है। कोविड-19 एल-1 प्लस में कमरों को दो श्रेणी में बांटा गया है। एल-1 प्लस में चिकित्सा व्यवस्था के लिए उपचाराधीन को प्रतिदिन का खर्च वहन करना होगा। 


उन्होंने बताया जनपद के एल-1 प्लस कोविड-19 सेंटर (होटल) में बिना लक्षण वाले उपचाराधीन  को रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर किसी को बुखार आता है तो तुरंत जांच करानी होगी। कोरोना से मिलते-जुलते लक्षण वाले उपचाराधीन अपने सैंपल की जांच कराने में देरी न करें। संक्रमण रोकने के लिए जांच बेहद जरूरी है। भयवश बीमारी को छुपाए रखना समाज के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। 


डा. शंखधर ने बताया पत्र के अनुसार एल-1 प्लस कोविड-19 केयर सेंटर (होटल) में 65 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं, किसी असाध्य रोग से ग्रसित रोगियों तथा अभिभावक रहित छोटे बच्चों को ठहरने की अनुमति नहीं होगी। उसी होटल या पास के होटल में स्वास्थ्यकर्मी भी रहेंगे। प्रत्येक आठ घंटे की शिफ्ट में एक डाक्टर, दो नर्सिंग स्टाफ तथा एक फार्मासिस्ट तैनात रहेगा।

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