सरदार पटेल को सीमाओं में न बांधेः रमेश सिंह
वाराणसी।सरदार वल्लभभाई पटेल स्मारक तेलियाबाग, वाराणसी में लौह पुरुष सरदार पटेल की 75 वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए स्मारक के अध्यक्ष रमेश कुमार सिंह ने कहा कि सरदार पटेल को किसी सीमा में नहीं बांधा जा सकता है।भारत जैसे - जैसे आगे बढ़ता जाएगा वैसे - वैसे सरदार पटेल की महनीयता भी बढ़ती जाएगी।
उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की नेतृत्व क्षमता अदभुत थी,उनका पूरा जीवन त्याग और सादगी से परिपूर्ण था। वे कर्तव्यपरायणता की मिशाल थे। विपरीत परिस्थितियों में भी समन्वय बनाना उनकी विशेषता थी। उनका पूरा जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित था।
संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामाश्रय सिंह ने कहा कि पटेल जी ने भारत की भौगोलिक स्थिति में भी परिवर्तन किया। वे किसानों के हित के लिए आजीवन कार्य करते रहे, उन्होंने बारडोली सत्याग्रह का भी विस्तृत उल्लेख करते हुए उनकी नेतृत्व क्षमता को याद किया। डॉ.भारत भूषण सिंह ने सरदार पटेल के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तृत प्रकाश डाला।
इस अवसर पर गुजरात से आए हुए एडवोकेट सर्जन पटेल, ध्रुव भाई पटेल ने सामाजिक एकता पर जोर दिया। श्री विद्युत प्रकाश सिंह ने सरदार पटेल को साहस,धैर्य और दृढ़ता की प्रतिमूर्ति बताया। श्री रामा सिंह ने सरदार पटेल के बहुआयामी व्यक्तित्व की विस्तृत चर्चा की। डॉ.ओ.पी.चौधरी ने सरदार श्री के चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपनी बात रखी एवं पटेल स्मारक के माध्यम से नई दिल्ली में सरदार वल्लभभाई पटेल की समाधि स्थल एवं संग्रहालय बनाने हेतु केंद्र सरकार से अनुरोध किए जाने की अपनी पुरानी मांग को रखे जाने का निवेदन भी किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. श्रीपति सिंह ने किया। इस अवसर पर सच्चिदानंद ब्रह्मचारी, रमेश सिंह, कवींद्र सिंह, कवि अच्छे लाल वर्मा, जितेंद्र पटेल, राजीव पटेल, संजय पटेल सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित होकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। धन्यवाद ज्ञापन स्मारक के कोषाध्यक्ष श्याम सुंदर सिंह कश्यप ने किया। 75 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर स्मारक में स्थापित सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा के समक्ष 75 दीप प्रज्जवलित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।


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