निशुल्क लोक कला प्रशिक्षण बालिकाओं को आत्मनिर्भर बन रहा है -प्रोफेसर अलका तिवारी

चौधरी चरण सिंह विवि के ललित  कला संस्थान में विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने लोक कला का निशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त किया

 मेरठ। ललित कला संस्थान की कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर अलका तिवारी ने बताया कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला  के दिशा निर्देशन में निरंतर विभिन्न महाविद्यालयों की बालिकाओं को निरंतर लोक कला की विभिन्न विधाओं से परिचित कराते हुए उन्हें निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। 

 राजकीय हाई स्कूल हिम्मतपुर सिंभावली हापुड़ के बालक बालिकाओं को लिप्पन  लोक कला  तथा मधुबनी लोक कला बनाना सिखाए जिस पर बालिकाओं ने कागज, कार्डबोर्ड, कपड़े व प्लाई पर प्राथमिक रंग ऑन तथा द्वितीय रंग तो में काले रंग की आउटलाइन के साथ मधुबनी लोक कला बनाई वही लिप्पन क्ले, विभिन्न आकारों के छोटे-छोटे मिरर ,तथा क्ले की 3D कल के माध्यम से निप्पल कला कृतियों का निर्माण किया। विषय के रूप में सूरज चंद्रमा नृत्य करती नारी आकृति ढोल पशु पक्षी पेड़ पौधे आदि को चित्रों में बनाया।। निशुल्क लोक कला प्रशिक्षण कार्यक्रम में उक्त विद्यालय कि शिक्षकों द्वारा भी प्रशिक्षण प्राप्त किया गया। प्रोफेसर अलका तिवारी ने बताया कि उनके द्वारा अभी तक लगभग ढाई हजार बालिकाओं को लोक कलाओं की विभिन्न कलाओ जैसे वर्ली,सांझी, लेपन, मेहंदी मधुबनी आदि का निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है प्रशिक्षण के पश्चात काफी संख्या में बालिकाओं के रोजगार का साधन बनाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं।कार्यक्रम के आयोजन में शिल्पी शर्मा सुश्री दीपांजलि आशीष कुमार आदि का विशेष योगदान रहा

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