सीडीएसएल ने छात्रों को आमंत्रित करते हुए आइडियाथॉन की शुरुआत की
मेरठ/बरेली : एशिया की पहली सूचीबद्ध डिपॉजिटरी और 16.7 करोड़ से ज़्यादा डीमैट खातों की विश्वसनीय संरक्षक, सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड ("सीडीएसएल") ने छात्रों के लिए एक नवाचार चुनौती, अपना पहला आइडियाथॉन शुरू किया है। रीइमेजिन आइडियाथॉन, सीडीएसएल के वार्षिक रीइमेजिन सिम्पोजियम के तीसरे संस्करण के तहत एक पहल है।
सीडीएसएल के प्रबंध निदेशक और सीईओ श्री नेहल वोरा ने कहा , " रीइमेजिन आइडियाथॉन ज़िम्मेदार नवाचार का उत्सव है। निरंतर विकसित होते बाज़ार परिदृश्य में , तकनीक विश्वास के उत्प्रेरक और चक्का का काम करती है जो निवेशकों को सही उपकरण और अंतर्दृष्टि प्रदान करके सशक्त बनाती है। प्रतिभूति बाज़ार हर निवेशक के लिए सहज, समावेशी और सुलभ होना चाहिए, और यह आइडियाथॉन राष्ट्र निर्माण और एक आत्मनिर्भर निवेशक के दृष्टिकोण को मज़बूत करने के लिए सीडीएसएल की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। एक शिक्षित निवेशक एक सुरक्षित निवेशक होता है; जो अपनी आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने वाले सूचित निर्णय लेने में सक्षम होता है। हम छात्रों को उस भविष्य को आकार देने में भाग लेने के लिए आमंत्रित करते हैं। "
आइडियाथॉन का उद्देश्य युवा नवोन्मेषी प्रतिभाओं को ऐसे समाधान तैयार करने में शामिल करना है जो भारत के सीखने, निवेश करने और विकास के तरीके को बदल दें - ताकि बाज़ार में भागीदारी को और अधिक ज़िम्मेदार और समावेशी बनाया जा सके।
डिपॉज़िटरी इकोसिस्टम 21 करोड़ से ज़्यादा निवेशकों के डीमैट खातों की संपत्तियों को सुरक्षित रखता है। प्रतिभूति बाज़ार में भागीदारी को और मज़बूत करने और नागरिकों को इस विकास गाथा से लाभान्वित होने से रोकने वाली बाधाओं को रणनीतिक रूप से दूर करने की अपार संभावनाएं मौजूद हैं।
सेबी और आरबीआई जैसे नियामकों द्वारा की गई इसी तरह की पहलों के आधार पर, सीडीएसएल युवा नवप्रवर्तकों को वित्तीय क्षेत्र में अधिक लोगों को लाने के लिए अपने दृष्टिकोण प्रस्तुत करने हेतु प्रोत्साहित करने के प्रयास में शामिल हो रहा है।
इस पहल का उद्देश्य निवेशक शिक्षा को बढ़ावा देकर और बड़े पैमाने पर जागरूक एवं ज़िम्मेदार भागीदारी के माध्यम से बाज़ार तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाना है। प्रतिभागी अपनी पसंद के समाधानों का उपयोग करने के लिए स्वतंत्र हैं, चाहे वह गेमीकरण, व्यवहारिक प्रोत्साहन, संचार, डिज़ाइन, तकनीक या समुदाय निर्माण के माध्यम से हो। समाधान में तीन मुख्य सिद्धांत: सशक्तिकरण, समावेशन और विश्वासशामिल होने चाहिए।
आइडियाथॉन में नवाचार और रचनात्मकता को पुरस्कृत किया जाएगा, जिसकी कुल पुरस्कार राशि 11.5 लाख रुपये होगी, जिसमें विजेता आइडिया के लिए 5 लाख रुपये, उपविजेता के लिए 3 लाख रुपये और 2 लाख रुपये, तथा चौथे और पांचवें स्थान के लिए 75000-75000 रुपये शामिल हैं।
आइडियाथॉन 2025 के लिए पंजीकरण 17 नवंबर 2025 से शुरू हो चुके है । अधिकतम चार छात्रों और एक मेंटर (एक ही संस्थान से) की टीमें इसमें भाग ले सकती हैं। समस्या विवरण, मूल्यांकन और समय-सीमा के बारे में अधिक जानकारी https://ideathon.cdslindia.com/ पर उपलब्ध है।


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