एमआईईटी में आइडियाथॉन का आयोजन, छात्रों में नवाचार और उद्यमिता को मिली नई दिशा

मेरठ। एमआईईटी में एक दिवसीय “मनोगाथा – द आइडियाथॉन 2025 का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों में नवाचार, रचनात्मकता और समस्या समाधान की क्षमता को प्रोत्साहित करना था।

यह कार्यक्रम एसीआईसी एमआईईटी फाउंडेशन और एमआईईटी इन्क्यूबेशन फोरम के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। प्रतियोगिता के लिए कुल 180 पंजीकरण प्राप्त हुए, जिनमें से 50 टीमों को विशेषज्ञ पैनल के समक्ष अपने अभिनव विचार प्रस्तुत करने के लिए चुना गया।

उद्घाटन सत्र में प्रो. (डॉ.) एस. के. सिंह, कैंपस डायरेक्टर एवं कार्यक्रम संयोजक, प्रो. (डॉ.) नरेश कुमार, डीन (सीएसई एवं संबद्ध शाखाएं), और प्रो. (डॉ.) संजीव सिंह, डीन अकादमिक उपस्थित रहे। इस अवसर पर रेहान अहमद, सीईओ, एमआईईटी इन्क्यूबेशन फोरम, और प्रशांत कुमार, सीईओ, एसीआईसी एमआईईटी मेरठ फाउंडेशन रहे। कार्यक्रम का समन्वय सीएसई एवं संबद्ध विभागाध्यक्षों द्वारा किया गया, जबकि प्रो. (डॉ.) मुकेश रावत (आईटी विभाग) एवं प्रिया (सहायक प्रोफेसर, सीएसई विभाग) सह-संयोजक रहीं।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मोहित, चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, एकसुरे  पुलप्मोल्डिंग  टेक्नोलॉजीज ने मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत की दृष्टि के अंतर्गत नवाचार आधारित उद्यमिता पर प्रेरणादायी संबोधन दिया। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे साहसपूर्वक ऐसे स्टार्टअप स्थापित करें जो राष्ट्र की प्रगति और सतत विकास में योगदान दें। 

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि गौरव जैन, सचिव, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन मेरठ ने अपने वक्तव्य में आज की बदलती अर्थव्यवस्था में स्टार्टअप के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप न केवल रोजगार सृजन में सहायक हैं बल्कि उद्योग और शिक्षा जगत के बीच सेतु का कार्य भी करते हैं।

कार्यक्रम में छात्रों का उत्साह देखने लायक रहा। विभिन्न विषयों पर टीमों ने अपने अभिनव विचार प्रस्तुत किए। शीर्ष पाँच टीमों को नगद पुरस्कार प्रदान किए गए, जबकि शीर्ष तीस टीमों को एमआईईटी के आगामी हैकाथॉन में सीधे प्रवेश दिया गया। इस आयोजन ने छात्रों में न केवल नवाचार की भावना को प्रोत्साहित किया, बल्कि उन्हें उद्यमिता की दिशा में ठोस कदम बढ़ाने के लिए भी प्रेरित किया।

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