सीपीआर देने से किसी के जीवन को बचाया जा सकता है- डा. आर सी गुप्ता
मेडिकल कॉलेज मेरठ में सी पी आर जागरूकता सप्ताह का शुभारंभ
मेरठ। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में सीपीआर के बारे में व्यापक जागरूकता पैदा करने, प्रशिक्षण को बढ़ावा देने और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मेडिकल कॉलेज मेरठ में जागरूकता सप्ताह का शुभारंभ किया गया। सप्ताह 13 से 17 अक्टूबर तक मनाया जााएगा। सप्ताह का शुभारंभ करते हुए मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा आरसी गुप्ता ने कहा सीपीआर के माध्यम से किसी के जीवन को बचाया जा सकता है।
कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ आर सी गुप्ता प्राचार्य मेडिकल कॉलेज मेरठद्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि सीपीआर एक जीवनरक्षक तकनीक है, जो तब दी जाती है जब किसी व्यक्ति की सांस या दिल की धड़कन रुक जाती है। यह प्रक्रिया हृदय और फेफड़ों के काम को दोबारा शुरू करने में मदद करती है, जिससे रक्त संचार बना रहता है। सीपीआर दिल का दौरा, डूबने या दम घुटने जैसी स्थितियों में व्यक्ति की जान बचा सकती है।
एनेस्थीसिया विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विपिन धामा ने बताया कि सप्ताहभर चलने वाले इस अभियान के तहत रोजाना अलग-अलग विभागों में सीपीआर प्रशिक्षण व जागरूकता सत्र आयोजित किए जाएंगे। इससे हर स्वास्थ्यकर्मी को आपात स्थिति से निपटने की पूरी जानकारी मिल सकेगी।
डॉ सुभाष दहिया आचार्य एनेस्थीसिया विभाग ने बताया कि ट्रेनिंग लेने वाले सभी रिटायर्ड फौजी, पुलिसकर्मी व फार्मासिस्ट आदि लोगो को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने लगभग 75 लोगों को ऑनलाइन शपथ भी दिलाई गई। कार्यक्रम में स व भा प चिकित्सालय के प्रमुख अधीक्षक धीरज बालियान, डॉ योगेश मणिक, डॉ अनुपमा वर्मा, सीनियर व जूनियर रेसिडेंट, नर्सिंग स्टाफ आदि उपस्थित रहे।
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