होटल मालिक के बेटे और वकीलों में मारपीट
सड़क पर एक-दूसरे को पीटा, पुलिस थाने लेकर गई; समझौता हुआ
मेरठ। शुक्रवार को थाना सिविल लाइन क्षेत्र के कचहरी स्थित होटल हारमनी इन के मालिक नवीन अरोड़ा के बेटे और युवा अधिवक्ता के बीच सड़क पर जमकर हाथापाई हो गई। सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एलेक्जेंडर क्लब के बाहर कमिश्नरी चौराहे पर दोनों के बीच खूब मारपीट हुई। सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को समझाया।पुलिस दोनों पक्षों को थाने लेकर गई, जहां बाद में सीनियर एडवोकेट अनिल बख्शी को थाने पर जाकर दोनों पक्षों में समझौता कराना पड़ा। तब कहीं मामला शांत हुआ।
गंगानगर निवासी विनीत भड़ाना एडवोकेट हैं। शुक्रवार को वह हर रोज की तरह अपनी स्कूटी से कचहरी आ रहे थे। कमिश्नरी चौराहा स्थित अलेक्जेंडर क्लब के ठीक सामने विनीत की स्कूटी में होटल हारमनी इन के मालिक नवीन अरोड़ा का बेटा तपिश उर्फ कपिश अरोड़ा ने टक्कर मार दी। हालांकि टक्कर बहुत सामान्य थी। लेकिन इसी बात पर वकील भड़क गए। उसने कपिश को चिल्लाना शुरू कर दिया। तब युवक भी जोश में आ गया। होटल मालिक के बेटे कपिश ने भी कार से उतरकर वकील के साथ झगड़ा शुरू कर दिया। दोनों पक्ष आपस में सड़क पर ही भिड़ गए।
देखते ही देखते शुरू हो गई हाथापाई
अधिवक्ता विनीत ने टक्कर लगने का विरोध किया, कपिश कार से बाहर निकल आया। दोनों में पहले धक्कामुक्की और फिर हाथापाई शुरू हो गई। शोर शराबा सुनकर आसपास मौजूद कुछ अधिवक्ता भी वहां आ गए। कमिश्नर चौराहे पर मौजूद पुलिसकर्मी भी पहुंच गए। पुलिस की मौजूदगी में ही अधिवक्ताओं ने कारोबारी के बेटे पर हाथ छोड़ दिया।
पुलिस दोनों पक्षों को लेकर पहुंची थाने
बीच सड़क मारपीट की वीडियो कुछ ही देर में वायरल हो गई। पुलिस दोनों पक्षों को लेकर थाने आ गई। देखते ही देखते पहले अधिवक्ता और फिर कारोबारी पक्ष के लोग भी इकट्ठा हो गए। कारोबारी की तरफ से भी कुछ अधिवक्ता पहुंच गए और समझौते का प्रयास शुरू कर दिया। काफी देर दोनों पक्षों में पुलिस के सामने ही नोकझोंक होती रही। पुलिस ने दोनों पक्षों से तहरीर ले ली।
बामुश्किल समझौते को राजी हुए अधिवक्ता
अधिवक्ता और कारोबारी के बेटे के बीच हुई मारपीट की सूचना पर कुछ अधिवक्ता भी थाने आ गए। वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल कुमार बख्शी भी पहुंच गए। पहले तो अधिवक्ता विनीत ने समझौते के लिए मना कर दिया लेकिन फिर दबाव पड़ने पर वह राजी हो गया। दोनों के बीच समझौतानामा लिखा ही था कि विनीत ने मांग रख दी कि जब तक कार सवार कमिश्नरी पर आकर माफी नहीं मांगेगा, वह समझौता नहीं मानेगा। पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी। पुलिस की सख़्ती देख दोनों ही पक्ष वहां से लौट गए।


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