हस्तिनापुर नगर पंचायत को  तीर्थ स्थत को आधार  बनाकर  पर्यटन स्थल  बनाने की मांग 
 राज्य सभा सांसद डा. लक्ष्मी कांत वाजपेयी ने मुख्य मंत्री को  लिखा पत्र 
 मेरठ।  राज्य सभा सांसद डा. लक्ष्मी कांत वाजपेयी ने मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ का पत्र लिखते हुए प्रचीन महाभारतकालीन ,जैन तीर्थ एवं खालसा पंथ की ऐतिहासिक नगरी के हस्तिनापुर नगर को साेलर नगर पंचायत करते हुए तीर्थस्थल को आधार बनाकर पर्यटन स्थल बनाने की मांग की है। 
 
डा. वाजपेयी  कहना है हस्तिनापुर को क्षेत्रफल 7.50 किमी. का है । मेरठ से हस्तिनापुर की दूरी 40 किलोमीटर है। पूरे क्षेत्र में कण-कण् इतिहास समाया हुआ है। 2011 की जनगणना के आधार पर यहां की जनसंख्या 26452है। इस क्षेत्र में 5290 परिवार है। हस्तिनापुर क्षेत्र हिंदू, जैन,सिख् धर्म का पवित्र स्थल है।हर साल लाखों की संख्या में यहां पर तीनों समुदाय के लोग आते है। यहा पर काफी एतिहासिक पौराणिक एवं धार्मिक स्थल है । जिसमें पांडेश्वर मंदिर की ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में स्थित शिवलिंग प्राकृतिक है और पांडव पुत्र युद्धिष्ठिर ने धर्म युद्ध से पूर्व शिवलिंग की स्थापना कर, भगवान भोलेनाथ से युद्ध में विजयी होने की मन्नत मांगी थी। मंदिर के पांच पांडवो की मूर्ति भी  स्थित है। और कलाकृतियों से ऐतिहासिक होने का अंदाज लगाया जा सकता है।  मंदिर परिसर में एक विशाल वट वृक्ष भी है। जिसको भीम ने लगाया था ऐसा कहा जाता है। इसके अतिरिक्त प्राचीन जलकूप, जयंती माता मंदिर, द्रोपदी  घाट कर्ण मंदिर, द्रोपदेश्वर महादेव मंदिर,  प्राचीन गुफा जैन मंदिर है। इसके अतिरिक्त जम्बूदीप, अष्टापद, बडा मंदिर, छोटा मंदिर, कैलाश पर्वत मौजूद है।
 सिख तीर्थस्थली 
 गुरूगोविदं सिंह वर्ष 1699 में वैशाखी के दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी। खालसा पंथ के पंज प्यारों में एक  हस्तिनापुर से थे । जिनका नाम भाई धर्म सिंह था जो कि दूसरे नम्बर के भाई थे। 
 गुजरात के मेहसाणा जिले की तर्ज पर पश्चमी उत्तर प्रदेश के हस्तिनापुर को पर्यटन स्थना बनाना होगा । जिससे कि यहां पर पर्यटकों की संख्या में बढेात्तरी होगा ओर यूपी के राजस्व में वृद्धि होगी। 
 

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