अंतर्राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का समापन
सतर्कता और महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम भी हुए आयोजित
मेरठ। सुभारती विवि के सरदार पटेल सुभारती लॉ कॉलेज में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का सफल समापन हुआ। प्रतियोगिता में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की 124 टीमों ने भाग लिया। फाइनल मुकाबला विवेकानंद इंस्टिट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज, नई दिल्ली और पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ के बीच हुआ। निर्णायक मंडल में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शिक्षाविद् प्रो. जवाहर लाल कौल, एड. साजू जैकब और प्रो. (डॉ.) रीना बिश्नोई शामिल रहे।
इस प्रतियोगिता में विवेकानंद इंस्टिट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज, दिल्ली को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ, जबकि पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ रनर-अप रही। नंदिनी अचूरा और अरहम जैन को बेस्ट स्पीकर तथा रीतिका और खुशी गोयल को बेस्ट मेमोरियल का पुरस्कार मिला।
कॉलेज निदेशक जस्टिस (सेवानिवृत्त) राजेश चंद्रा ने प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं छात्रों में विधिक समझ और संवैधानिक दृष्टि को सुदृढ़ करती हैं। संकायाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) वैभव गोयल भारतीय ने आयोजन को “न्यायिक शिक्षा में उत्कृष्टता का प्रतीक” बताते हुए कहा कि नि:शुल्क पंजीकरण के कारण छात्रों की इतनी बड़ी भागीदारी संभव हो सकी।वित्तीय जागरुकता तो जीवन बीमा के जरिए बचत योजना के बारे में जागरुकता व सतर्कता शपथ कार्यक्रमों का भी हुआ आयोजन
दूसरी ओर, शिक्षा विभाग, शिक्षा संकाय एवं डॉ. अंबेडकर पीठ के संयुक्त तत्वावधान में “सतर्कता जागरूकता 2025” के अंतर्गत परिवर्तन बनें: सार्वजनिक जीवन में सत्यनिष्ठा और सतर्कता को बढ़ावा देना विषय पर सतर्कता शपथ कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रो. (डॉ.) शल्या राज ने कहा कि एक विश्वविद्यालय के रूप में भ्रष्टाचार मुक्त समाज के निर्माण के लिए जागरूकता पैदा करना हमारी एक अनूठी ज़िम्मेदारी है। कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रमोद कुमार शर्मा ने विद्यार्थियों से सत्यनिष्ठा, पारदर्शिता और जवाबदेही को जीवन में अपनाने का आह्वान किया।
संकायाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) संदीप कुमार, विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) इंदिरा सिंह और डॉ. अंबेडकर पीठ के अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) अनोज राज ने अपने विचार रखते हुए भ्रष्टाचार विरोधी भावना और न्याय-समानता के आदर्शों पर प्रकाश डाला। डॉ. अंबेडकर चेयर के सदस्य डॉ. प्रेमचंद्र ने कहा कि इस गतिविधि का उद्देश्य नैतिकता और पारदर्शिता की आवश्यकता के बारे में संवेदनशीलता पैदा करना है, प्रो. (डॉ.) पिंटू मिश्रा, डॉ. निशा राणा, लकी त्यागी, लक्ष्य कुमार, अंकुर गोला ने भी सतर्कता: हमारी साझा जिम्मेदारी विषय पर अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रूपम जैन ने किया।
इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय की महिला सशक्तिकरण समिति ने प्रदेश सरकार की पहल मिशन शक्ति चरण 5 के अंतर्गत शेयर बाजार प्रशिक्षण और निवेश के अवसर: वित्तीय स्वतंत्रता की कुंजी विषय पर वित्तीय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ. राखी कुमारी ने अतिथियों का स्वागत किया और मुख्य वक्ता नवेन्दु शर्मा, संस्थापक आशीर्वाद फाइनेंशियल सर्विसेज, उन्नति ट्रेडिंग अकादमी, मेरठ ने निवेश के सही तरीकों और वित्तीय आत्मनिर्भरता के महत्व पर चर्चा की। समिति की अध्यक्ष डॉ. अंशुल त्रिवेदी तथा सदस्य डॉ. मंजू अधिकारी, डॉ. अरुणा बंसल और डॉ. रफत खानम ने कहा कि वित्तीय साक्षरता महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाती है व प्रतिभागियों का धन्यवाद किया।
इसी कड़ी में “लाइफ इंश्योरेंस थ्रू बैंकिंग: ए स्मार्ट वे टू सेव एंड सिक्योर द फ्यूचर” विषय पर अतिथि व्याख्यान का भी आयोजन विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग, शिक्षा संकाय द्वारा किया गया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता सुश्री डुनिता मुनी, ज़ोनल ट्रेनिंग हेड, एक्सिस मैक्स लाइफ इंश्योरेंस रहीं। उन्होंने जीवन बीमा, बचत योजनाओं तथा सुरक्षित भविष्य के लिए वित्तीय योजना की महत्ता पर अत्यंत उपयोगी जानकारी प्रदान की। उनके व्याख्यान में प्रस्तुत किए गए उत्कृष्ट उदाहरणों और योजनाओं को उपस्थित सभी सदस्यों ने अत्यंत सराहा।
, प्रो. संदीप कुमार, डीन, शिक्षा संकाय ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा जीवन बीमा और वित्तीय साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डाला!कार्यक्रम में शारीरिक शिक्षा एवं शिक्षा विभाग के सभी अध्यापकगण, कर्मचारी एवं गैर-शिक्षण स्टाफ सक्रिय रूप से उपस्थित रहे। यह सत्र अत्यंत ज्ञानवर्धक एवं प्रेरणादायक रहा, जिसने सभी को अपने भविष्य को सुरक्षित करने हेतु स्मार्ट वित्तीय आदतें अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।


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