आईआईएमटी विवि में  तीन दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेला 2025 शुरू 

- कृषि और पशुपालन क्षेत्र में सफलता पाने के लिए वैज्ञानिक तकनीकों तथा गुणवत्तापूर्ण उत्पादों का प्रयोग करना आवश्यक- कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता

किसानों को दी जाएगी कृषि और पशुपालन के क्षेत्र से संबंधित उन्नत तकनीक की जानकारी 

मेरठ। यह सिर्फ किसान मेला नहीं बल्कि विज्ञान मेला भी है जिसका लाभ मेला में आने वाले किसानों और पशुपालकों को अवश्य मिलेगा। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान महाविद्यालय द्वारा आयोजित तीन दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेला 2025 को संबोधित करते हुए कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता ने कहा की कृषि व पशुपालन के क्षेत्र में विज्ञान का संगम हो जाए तो ये क्षेत्र किसी भी व्यवसायिक क्षेत्र से अधिक मुनाफा दे सकते हैं।

आईआईएमटी विवि में मंगलवार को तीन दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेला 2025 का भव्य शुभारंभ किया गया। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता ने फीता काट कर किसान मेला का शुभारंभ किया। इसके बाद कृषि विज्ञान महाविद्यालय के डीन डॉ राजबीर सिंह ने कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता  कुलपति डा. दीपा शर्मा, कुलसचिव डॉ. वी.पी.राकेश का स्वागत किया और किसान मेला का भ्रमण कराते हुए मेला में लगे स्टालों और मेला में आए पशुओं के बारे में जानकारी दी। 

तीन दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेला 2025 को संबोधित करते हुए कुलाधिपति योगेश मोहनजी गुप्ता ने मेला में आए किसानों, पशुपालकों, अतिथियों का स्वागत करते हुए मेला में स्टॉल लगाने वाली कंपनियों के गुणवत्तापूर्ण उत्पादों की भरसक प्रशंसा की। कुलाधिपति जी ने कृषि विज्ञान महाविद्यालय के सार्थक प्रयास की सराहना करते हुए कहा की कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में विज्ञान की तकनीकों तथा आधुनिक उत्पादों के बारे में जानना व उनका प्रयोग करना भारत को विकसित बनाने के लिए बेहद आवश्यक है। इन क्षेत्रों में सफलता पाने के लिए हमें आधुनिक किसान बनना होगा जिसके लिए तकनीक व आधुनिक उत्पादों की उचित जानकारी होना आवश्यक है। आधुनिक तकनीकों के प्रयोग से हम कृषि उत्पादन क्षमता में वृद्धि कर सकते हैं। वहीं पशुओं के पालन-पोषण में वैज्ञानिक तकनीकों का इस्तेमाल, परिस्थितियों के मुताबिक उचित खान-पान और गुणवत्तापूर्ण खाद्य उत्पाद का प्रयोग से न केवल हमारे पशु स्वस्थ हांेगे बल्कि उनके दुग्ध उत्पादन की क्षमता में भी आशातीत वृद्धि होगी। अखिल भारतीय किसान मेला में आने वाले किसानों/पशुपालक भाइयों को निश्चित ही उचित जानकारी मिलेगी जिसका लाभ आने वाले समय में उनकी कमाई में वृद्धि के रूप में सामने आएगा।

आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान महाविद्यालय के डीन डॉ राजबीर सिंह ने बताया की 7 से 9 अक्टूबर तक चलने वाले किसान मेला में किसानों को कृषि और पशुपालन के क्षेत्र से संबंधित उन्नत तकनीक की जानकारी दी जाएगी। अखिल भारतीय किसान मेला का आयोजन इफको तथा इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस कंपनी के वित्तीय सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। किसान मेला में अखिल भारतीय व उत्तर प्रदेश स्तरीय की पशु प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के पशुपालकों के अच्छी नस्ल के पशु  प्रतिभाग करेंगे। किसान मेला में उन्नत किस्म के बीज, खाद, दवाइयों, पशु आहार, कृषि उपकरणों, मशीनरी, आदि की कंपनियां अपनी स्टाल लगाकर आधुनिक कृषि तकनीकों का प्रदर्शन कर रहे हैं।

तीन दिवसीय किसान मेला मे हरियाणा से पूरे देश का चौंपियन मुर्रा नस्ल का सांड जिसकी कीमत लगभग 8 करोड़ बताई गई है भी मेले में प्रतिभाग कर आकर्षण का केंद्र बनेगा। पशु मेले में अच्छे पशुपालन के लिए राष्ट्रपति द्वारा पदमश्री पुरस्कार से सम्मानित किसान नरेंद्र सिंह भी अपने मुर्रा नस्ल के सांड तथा भैंसों के साथ पशु मेले में प्रतिभाग करेंगे। 

No comments:

Post a Comment

Popular Posts