सुभारती पत्रकारिता विभाग में क्लासरूम से न्यूज़रुम तक विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन
मेरठ। गणेश शंकर विद्यार्थी सुभारती पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा "क्लासरूम से न्यूज़रूम तक: संवाद कौशल की शक्ति" विषय पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ज़ी भारत की वरिष्ठ न्यूज़ एंकर प्रियंका कर्णवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। मीडिया क्षेत्र में आठ वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाली प्रियंका कर्णवाल ने छात्रों के साथ अपने व्यावसायिक अनुभव साझा किए।
सत्र के दौरान उन्होंने इस बात पर बल दिया कि संवाद कौशल केवल बोलने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि हम स्वयं को किस प्रकार प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने कहा कि एक सकारात्मक दृष्टिकोण, सही व्यवहार और स्पष्ट उद्देश्य—इन तीनों के समन्वय से प्रभावी संवाद संभव हो पाता है। अपने पहले इंटरव्यू के अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने असहज परिस्थितियों का सामना कर आत्मविश्वास प्राप्त किया और क्यों अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलना सीखने और आगे बढ़ने के लिए आवश्यक है।
सत्र में डिजिटल मीडिया से पारंपरिक मीडिया की ओर संक्रमण की प्रासंगिकता पर भी चर्चा की गई, जहाँ उन्होंने बताया कि आज के तेज़ी से बदलते मीडिया जगत में अनुकूलन क्षमता अत्यंत आवश्यक है। इसके साथ ही, उन्होंने आत्म-संयम बनाए रखने और पेशेवर स्थिति में स्थिरता के लिए ध्यान (मेडिटेशन) को नियमित अभ्यास के रूप में अपनाने की भी विद्यार्थियों को सलाह दी।
इस सत्र का आयोजन विभागाध्यक्ष डॉ. प्रीति सिंह के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। डॉ. प्रीति सिंह ने कहा कि विभाग अपने विद्यार्थियों के लिए सदैव ही मीडिया जगत के लोगों को अपने विद्यार्थियों के लिए आमंत्रित करता है जिससे कि विद्यार्थियों को इंडस्ट्री का अनुभव प्राप्त होता रहे।
कार्यक्रम का संचालन पत्रकारिता विभाग के सहायक आचार्य राम प्रकाश तिवारी द्वारा किया गया। इस अवसर पर छात्रों ने बड़ी उत्सुकता से भाग लिया और प्रश्नोत्तर सत्र में प्रियंका कर्णवाल से संवाद किया। उन्होंने छात्रों के सवालों का बेहद सहजता और गंभीरता से उत्तर देते हुए उनके संदेहों का समाधान किया और उन्हें करियर के प्रति प्रेरित किया।
कार्यक्रम का समापन विभाग के निदेशक आर. पी. सिंह द्वारा स्मृति चिह्न भेंट कर अतिथि का आभार प्रकट करते हुए किया गया। उन्होंने वक्ता द्वारा साझा किए गए बहुमूल्य विचारों की सराहना करते हुए छात्रों से आह्वान किया कि वे इन सीखों को अपने भविष्य में व्यवहार में लाएं। इस दौरान विभाग के फैकल्टी सदस्य तरुण जैन एवं शैली शर्मा के साथ शिक्षणेत्तर कर्मी कपिल गिल, संजय पाल, हर्षित डागर, विजेंद्र, आदि की विद्यार्थियों सहित उपस्थिति रही।
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