नई डिजिटल दिशा
एनआईआईटी फाउंडेशन और युवाह (यूनिसेफ) ने युवाओं को डिजिटल मार्केटिंग की स्किल सिखाने के लिए ओपन ऑनलाइन कोर्स लॉन्च किया
नई दिल्ली, 9 जुलाई, 2025: भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। आगे भविष्य में भारत की तरक्की देश की युवा जनसंख्या पर निर्भर करेगी। इसलिए हमारे देश की तरक्की के लिए युवाओं को नई और जरूरी स्किल्स सिखाना बहुत जरूरी है। वर्ष 2047 तक हर व्यक्ति को हुनरमंद यानि देश को 100% स्किल्ल्ड बनाने के लिए गैर-सरकारी संस्थाओं को सरकार की मदद करनी चाहिए।
इसी के तहत एनआईआईटी फाउंडेशन ने युवाह और यूनिसेफ के साथ मिलकर नईडिजिटलदिशा (#NayiDigitalDisha) अभियान के तहत डिजिटल मार्केटिंग का एक ओपन ऑनलाइन कोर्स शुरू किया है। यह कोर्स अभी राजस्थान, झारखंड और ओडिशा में चल रहा है। इस कोर्स का उद्देश्य युवाओं को डिजिटल स्किल्स सिखाना और उन्हें नौकरी के लिए तैयार करना है।
यह कोर्स उन युवाओं के लिए बनाया गया है, जो दूरदराज या कमजोर समुदायों से हैं और जिन्हें अच्छी डिजिटल शिक्षा आसानी से नहीं मिलती। कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों को एनसीवीईटी के मूल्यांकन और एनएसडीसी द्वारा प्रमाणित सर्टिफिकेट मिलेगा। इस सर्टिफिकेट से उन्हें डिजिटल मार्केटिंग में नौकरी पाने में मदद मिलेगी। इसमें छात्र सीखेंगे कि इंटरनेट और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके मार्केटिंग कैसे की जाती है, कंपनियों के लिए ग्राहक कैसे ढूँढे जाते हैं, और अपने प्रोफेशनल व टेक्निकल स्किल्स को कैसे बेहतर बनाया जाता है। यह कोर्स 6 महीने का होगा और यह भारत के 3 राज्यों में 500 से ज्यादा युवाओं को फायदा पहुँचाएगा।
एनआईआईटी फाउंडेशन ने यह कोर्स इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स की सलाह और देशभर में स्किल ट्रेनिंग के अपने सालों के अनुभव से तैयार किया है। इस पहल पर बात करते हुए चारु कपूर, कंट्री डायरेक्टर, एनआईआईटी फाउंडेशन ने कहा, "यह प्रोग्राम भारत के युवाओं को असली डिजिटल स्किल्स से लैस करेगा, जिससे वे टेक्नोलॉजी से भरी दुनिया में आगे बढ़ सकें।" इस कोर्स का उद्देश्य है कि युवाओं को अच्छी नौकरियां मिलें और उनकी ज़िंदगी की गुणवत्ता बेहतर हो सके।
इस प्रोग्राम का प्रभाव पहले से ही अच्छा दिख रहा है। दरअसल, भाव्या यादव नाम की लड़की ने इसके बारे में बताते हुए कहा, "इस ओपन ऑनलाइन कोर्स से जुड़ने से पहले मैंने कभी नहीं सोचा था कि डिजिटल मार्केटिंग भी मेरे लिए एक करियर बन सकता है। इस ट्रेनिंग की मदद से मुझे जस्ट डायल और एकॉर्ड इंटरनेशनल जैसी कंपनियों में नौकरी मिली।"
यह कोर्स 8 हफ्तों का है। कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों को एनआईआईटी फाउंडेशन और युवाह, यूनिसेफ द्वारा इंडस्ट्री-मान्य सर्टिफिकेट मिलेगा। इस सर्टिफिकेट से उन्हें नौकरी पाने में मदद मिलेगी।
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