केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने की 'कृष्णा- म्यूजिक, ब्लिस एंड बियॉन्ड' की सराहना; कहा: "युवाओं को अपनी संस्कृति से जोड़ रहा है शो"
नई दिल्ली, जुलाई 2025: आज जब पूरी दुनिया भारतीय संस्कृति और परंपराओं की खूबसूरती को फिर से जान रही है, ऐसे समय में मशहूर गायक और सांस्कृतिक दूत अमेय डबली अपने शो 'कृष्णा- म्यूजिक, ब्लिस एंड बियॉन्ड' के जरिए पूरे देश में एक बड़ा सांस्कृतिक अभियान चला रहे हैं। इस पहल की तारीफ हाल ही में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री और उत्तर मुंबई से सांसद श्री पीयूष गोयल ने की। उन्होंने कहा कि यह शो अलग-अलग पीढ़ियों के बीच एक पुल बनाने और संगीत के जरिए लोगों को जोड़ने का शानदार प्रयास है।
पीयूष गोयल ने कहा, "भारतीय संस्कृति को पूरी दुनिया तक पहुँचाने का काम 'कृष्णा- म्यूजिक, ब्लिस एंड बियॉन्ड' कर रहा है, जो बहुत ही सराहनीय है अमेय। आज के दौर में हमारे देश के युवाओं के लिए अपनी परंपराओं से जुड़ना बहुत जरूरी है और आपका यह प्रयास इस दिशा में अहम् भूमिका निभाएगा। ऐसे कार्यक्रम हमारे इतिहास और संस्कृति पर गर्व करने की भावना को फिर से जगाते हैं और नई पीढ़ी को प्रेरित करते हैं। इसके अलावा, यह भी बहुत खास है कि आप अपने कार्यक्रमों के जरिए आम लोगों और हमारे सेना के जवानों को एक साथ जोड़ रहे हैं और देश के निर्माण में योगदान दे रहे हैं। मैं आपके 11 शहरों के इस टूर के लिए आपको बधाई देता हूँ और इसकी बड़ी सफलता की कामना करता हूँ।"
'कृष्णा- म्यूजिक, ब्लिस एंड बियॉन्ड' सिर्फ एक संगीत कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा अनुभव है, जो भगवान श्रीकृष्ण के जीवन और उनकी सीख से प्रेरित है। अमेय डबली इस शो के ज़रिए कहानी सुनाना, भक्ति संगीत और आत्मचिंतन को मिलाकर लोगों को भारत की आध्यात्मिक जड़ों से फिर से जोड़ने और समाज में एकता और मानसिक सुख-शांति बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री की सराहना पर अमेय डबली ने कहा, "जब मैंने पंद्रह साल पहले अपना कॉर्पोरेट करियर छोड़ा था, तब मेरे मन में बस एक ही बात थी कि मैं अपने देश की सेवा करना चाहता हूँ और संगीत मेरे पास एक मजबूत साधन था। इसी सोच से मेरी यह यात्रा शुरू हुई। आज जब कैबिनेट मंत्री श्री पीयूष जी जैसे बड़े लोग हमारे काम को सराहते हैं, तो लगता है जैसे मेरी टीम और मैंने जो सपना देखा था, वो अब सच हो रहा है। 'कृष्णा- म्यूजिक, ब्लिस एंड बियॉन्ड- उसी सपने का हिस्सा है। यह हमारा एक छोटा-सा प्रयास है, जिसमें हम आम लोगों और हमारे बहादुर सैनिकों को एक मंच पर लाना चाहते हैं, ताकि सबको संगीत के जरिए एक साथ जोड़ा जा सके। मैं उम्मीद करता हूँ कि जब हम आने वाले हफ्तों में अलग-अलग शहरों में जाएँगे, तो और लोग हमारे साथ जुड़ेंगे।"
यह सांस्कृतिक यात्रा फिलहाल भारत के 11 बड़े शहरों- इंदौर, हैदराबाद, जयपुर, जोधपुर, सूरत, मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, अहमदाबाद, कोलकाता और दिल्ली में हो रही है, जहाँ यह कार्यक्रम भक्ति और संगीत की खूबसूरत प्रस्तुति से हजारों लोगों के दिलों को छू रहा है।
No comments:
Post a Comment