योग सेतुः कनेक्टिंग बियॉन्ड बॉर्डर्स" अंतर्राष्ट्रीय योग सत्र का भव्य आयोजन
“योग सेतु सीमाओं से परे जुड़ना” ने दिया वैश्विक एकता का संदेश
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विवि द्वारा एक ऐतिहासिक अंतर्राष्ट्रीय योग कार्यक्रम “योग सेतुः कनेक्टिंग बियॉन्ड बॉर्डर्स” का भव्य आयोजन ऑनलाइन माध्यम से विश्वविद्यालय के अटल सभागार से किया गया।
भारतीय समयानुसार प्रातः 9:00 बजे आरंभ हुए इस आयोजन में 16 से अधिक देशों के प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की, जिनमें प्रमुख रूप से भारत, जापान, मलेशिया, वियतनाम, भूटान, केन्या, श्रीलंका, फिलीपींस, बांग्लादेश, मेक्सिको आदि देश सम्मिलित रहे।इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल योगाभ्यास को बढ़ावा देना था, बल्कि योग के माध्यम से वैश्विक समुदाय को एक सूत्र में जोड़ना भी था। यह आयोजन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग की universal appeal को सशक्त रूप से प्रदर्शित करता है।
कार्यक्रम को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन प्राप्त हुआ, जिससे आयोजन को अत्यधिक बल और गरिमा प्राप्त हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने की। जिन्होंने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा कि "योग केवल शारीरिक स्वास्थ्य का अभ्यास नहीं, बल्कि यह मानसिक और आत्मिक शांति का भी मार्ग है, जो समग्र जीवन में संतुलन स्थापित करता है।"इस कार्यक्रम का सफल संयोजन विश्वविद्यालय के शिक्षाविदों द्वारा किया गया। प्रमुख संयोजकों में प्रो. बीरपाल सिंह, प्रो. नीलू जैन गुप्ता, प्रो. कृष्णकांत शर्मा एवं प्रो. राकेश कुमार शर्मा सम्मिलित रहे। अंतर्राष्ट्रीय समन्वय की भूमिका में आरती देवी (शिबौरा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, टोक्यो, जापान) और लविस्ता त्यागी (सैतामा यूनिवर्सिटी, जापान) रहीं, जिन्होंने विभिन्न देशों के योग प्रेमियों को एक मंच पर लाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। कार्यक्रम की विशेष बात यह रही कि इसमें आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्धारित 45 मिनट के सामान्य योग प्रोटोकॉल (Common Yoga Protocol) का पूर्ण रूप से पालन किया गया, जिसमें निम्नलिखित चरण शामिल रहे।
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