जेवर एयरपोर्ट को मिला सुरक्षा कवच

 ईंधन आपूर्ति के लिए तैयार हुई अंडरग्राउंड पाइपलाइन

गौतमबुद्ध नगर। ग्रेटर नोएडा के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर शुक्रवार को दो बड़ी घोषणाएं सामने आई हैं, जो इसके संचालन और सुरक्षा के लिहाज़ से बेहद अहम मानी जा रही हैं।

 नागर विमानन मंत्रालय, डीजीसीए और सुरक्षा एजेंसियों के निर्देश पर जेवर एयरपोर्ट को अब रेड जोन घोषित कर दिया गया है। इसका मतलब है कि अब एयरपोर्ट के ऊपर या आसपास ड्रोन या किसी भी प्रकार के अनमैन्ड एरियल व्हीकल (UAV) उड़ाना पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा। यह कदम एयरपोर्ट की सुरक्षा और वायु क्षेत्र की निगरानी को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। उल्लंघन करने वालों पर भारतीय विमानपत्तन अधिनियम, 1934 के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

वहीं दूसरी ओर, एयरपोर्ट पर विमानों को ईंधन की आपूर्ति के लिए फरीदाबाद से 34 किलोमीटर लंबी अंडरग्राउंड पाइपलाइन बिछाई गई है, जिसका 95 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। यह पाइपलाइन यमुना नदी के नीचे से गुजारी गई है ताकि सतह पर कोई अवरोध न हो। एयरपोर्ट परिसर के भीतर भी 1.2 किलोमीटर की अतिरिक्त पाइपलाइन लगभग तैयार है, जो ईंधन को सीधे स्टोरेज टैंकों तक पहुंचाएगी। यह व्यवस्था न केवल ईंधन आपूर्ति को अधिक सुरक्षित और कुशल बनाएगी, बल्कि कार्बन उत्सर्जन को भी कम करेगी।

इन दोनों घोषणाओं से स्पष्ट है कि जेवर एयरपोर्ट अब सुरक्षा, लॉजिस्टिक्स और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से एक विश्वस्तरीय हवाई अड्डे के रूप में आकार ले रहा है।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts