'मेरे नाखून उखाड़े गए थे...उस दर्द को नहीं भूल सकता' - सांसद चन्द्रशेखर
बोले-युद्ध के अगले दिन सरकार खाली हाथ दिखी
मेरठ। 'सरकार ने मेरा एनकाउंटर कराने का प्रयास किया। मुझ पर गोलियां चलीं। मेरे शरीर पर लाठियां पड़ीं। मेरे नाखून उखाड़े गए, मैं अपने ऊपर हुए जुल्म तो भूल सकता हूं। लेकिन, आप लोगों पर हुए जुल्म को मरते दम तक नहीं भूल सकता।' उक्त बातें आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने मवाना में कहीं। बुधवार को मेरठ के मवाना तहसील में पहुंचे। यहां कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद जनसभा को संबोधित किया।
चंद्रशेखर आजाद ने कहा-देश में बेरोजगारी की दर बढ़ी है। पुरानी पेंशन को सरकार ने खत्म कर दिया है। समान शिक्षा का हक भी भाजपा देश के लोगों से छीन चुकी है।देश में लगातार दलितों पर हमले हो रहे हैं। उनके परिवारों का दमन भाजपा व पुलिस कर रही है। हम सरकार से ये मांग करते हैं कि जल्द ही पर्यटन नगरी हस्तिनापुर को रेलवे लाइन दे। देश में समान शिक्षा नीति लागू हो।सरकार ने एक रात में लाहौर पर कब्जा कर लिया। दूसरी रात में कराची पर कब्जा कर लिया। लेकिन अगले दिन सरकार खाली हाथ दिखी।चंद्रशेखर आजाद ने कहा-पुरानी पेंशन नीति की दोबारा से बहाली हो। गुर्जर सम्राट मिहिर भोज जी को भारत रत्न दिया जाए। भारतीय आर्मी में गुर्जर व चमार रेजिमेंट बनाई जाए। दलितों मुस्लिमों पर हो रहे लगातार जुल्म को सरकार तत्काल प्रभाव से बंद करे।हम सरकार को चेताना चाहते हैं कि इन सभी मांगों को जल्द पूरा किया जाए। अन्यथा दलित समाज देश में आंदोलन करने का काम करेगा। आने वाले चुनावों में दलित, मुस्लिम, पिछड़ा वर्ग मिलकर एक सरकार बनाएगा। सरकार का तख्ता पलट करेगा। हमने संसद में बोधगया को आजाद करने की मांग की है।
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