मेरठ कॉलेज में हुई सेवानिवृत प्रोफेसरों की भव्य विदाई
सेवानिवृत्ति पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम
मेरठ। बुधवार को शाम को मेरठ कॉलेज के ऐतिहासिक सभागार में वर्तमान सत्र में रिटायर हो रहे अनेक प्रोफेसरों का सेवा निवृत्ति समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मेरठ कॉलेज के प्रबंध तंत्र के मंत्री श विवेक कुमार गर्ग ने की।
कार्यक्रम की शुरुआत में सभी सेवानिवृत्ति एवं सेवारत शिक्षकों का स्वागत करते हुए मेरठ कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर युद्धवीर सिंह ने कहा कि सभी क्षेत्रों में मेरठ कॉलेज का अभूतपूर्व योगदान रहा है। मेरठ कॉलेज के मंत्री श्री विवेक कुमार गर्ग में सभागार को संबोधित करते हुए कहा की मेरठ कॉलेज का न केवल प्रदेश को बल्कि संपूर्ण देश को बहुमुखी योगदान है। चाहे पूर्व सी डी एस जनरल बिपिन रावत हों या भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह सभी इसी मेरठ कॉलेज की देन रहे हैं। श्री विवेक कुमार गर्ग ने आगे बताया कि मेरठ कॉलेज की देन में ओर भी बहुत नाम गिनाए जा सकते हैं। जस्टिस पंकज मित्तल सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश हैं। बागपत सांसद राजकुमार सांगवान भी यहां के छात्र रहें हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अल्पना रस्तोगी एवं डॉ रेखा अग्रवाल ने संयुक्त रूप से किया। प्रोफेसर अर्चना सिंह ने मेरठ कॉलेज की उपलब्धियां पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान में मेरठ कॉलेज ही प्रदेश में ऐसा महाविद्यालय है जिसके 18 एम ओ यू अन्य संस्थाओं से जीवंत है। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत मेरठ कॉलेज में 20 वोकेशनल कोर्स चलाए गए। उन्नत भारत अभियान से संबंधित आरसीआई आईआईटी रुड़की एवं एनसी आई आईआईटी दिल्ली की लिस्ट में भी मेरठ कॉलेज ऊपर के पांच स्थानों में है। मेरठ कॉलेज को स्टार स्टेटस मिला हुआ है। वर्तमान में उच्च शिक्षा विभाग से संबंधित यहां 35 शोध प्रोजेक्ट चल रहे हैं। आईसी एचआर के पांच रिसर्च प्रोजेक्ट और डी एस टी का एक रिसर्च प्रोजेक्ट वर्तमान में संचालित है। उन्होंने आगे बताया कि वर्तमान में 87 जेआरएफ शोध छात्र भिन्न-भिन्न विभागों में शोध गतिविधि में संलग्न है। कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर युद्धवीर सिंह ने बताया कि मेरठ कॉलेज की भावी योजनाओं में नेक एवं एनआईआरएफ रैंकिंग में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करना है। इसी के साथ भारत सरकार की योजना के तहत महाविद्यालय में एक स्टार्टअप इनक्यूबेशन सेंटर भी स्थापित किया जाएगा। वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार से एक स्किल डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना की बात भी चल रही है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि मेरठ कॉलेज अपनी अतीत की विरासत के अनुसार मेधावी छात्रों को अपने यहां प्रवेश लेने के लिए आकर्षित करेगा ताकि जैसा इसका सुनहरा अतीत था, वैसा ही उन्नत भविष्य निर्मित हो। कार्यक्रम के अंत में डॉ निशा मनीष एवं डॉ दयानंद द्विवेदी ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
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