डिस्चार्ज होने के 24 घंटे से पहले प्रसूता को  मिलेगा  जननी सुरक्षा योजना का लाभ

 पहले योजना में महिला के स्वजनों को राशि प्राप्त करने के लिए अस्पतालों के लगाने के पड़ते थे चक्कर 

 मेरठ। अब सरकार द्वारा चलायी जा रही जननी सुरक्षा योजना में संस्थागत प्रसव कराने वाली महिलाओं को डिस्चार्ज होने से पूर्व 24 घंटे में जननी सुरक्षा योजना की राशि उनके खाते में पहुंचेगी । अभी तक इस प्रक्रिया में 15 से एक माह का समय लग जाता था। इससे संस्थागत प्रसव कराने वाली महिलाओं को इसका लाभ मिल पाएगा। 



मुखय चिकित्सा अधिकारी डा. अशोक कटारिया ने बताया कि पहले इस धनराशि को देने में कई माह का समय लग जाता था। प्रसूता के स्वजन को अस्पतालों के चक्कर लगाने पड़ते थे। उन्हाेंने बताया कि   सरकार ने प्रत्येक प्रसूता को 24 को घंटे से पहले पैसा देने के लिए मंत्रा मां नवजात ट्रेकिंग एप की शुरूआत की की है। इस एप से प्रसूता को पैसा देने में समय नहीं लगता, लेकिन प्रसूता के पास अपने खाते की पासबुक, आधार कार्ड समेत जरूरी कागजात होने चाहिए। उन्होंने बताया योजना के तहत शहरी क्षेत्र की महिला को 1000 रूपये जबकि ग्रामीण क्षेत्र की महिला को 1400 रूपये मिलते है। 

उन्होंने बताया इस वित्तीय वर्ष में मेरठ मंडल में अब तक मेरठ में संस्थागत प्रसव कराने वाले 2838 में से 9 को , बुलंदशहर में 3429 में से 1032 को , 1132 में से 192 , गौतमबुद्धनगर में 1696 में से 270,बागपत में 1334 में से 189 और हापुड़ में 989 संस्थागत प्रसव कराने वाली 43 महिलाओं के 24 घंटे में जननी सुरक्षा योजना की राशि उनके खाते में पहुंच गयी है। 

 जिला मातृ स्वास्थ्य परार्मशदाता इलमा अजीम ने बताया मंत्रा मां एप व फेम्स पोर्टल को एक साथ जोड़ा गया है। जिसमें मंत्रा ऐप में संस्थागत प्रसव कराने वाली महिला का पंजीकरण होता है। जबकि सेम पोर्टल से भुगतान होता है। जैसे ही दोनो प्रक्रिया हो जाएगा। संस्थागत प्रसव कराने वाली महिला के खाते में जननी सुरक्षा योजना की राशि उसके खाते में पहुंच जाएगी।  अब उसे या उसके स्वजन को अस्पताल के चक्कर नहीं काटने पडेंगे। 



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