भारत ने टाईकोन-2025 में किया कौशल एवं एआई इनोवेशन का प्रदर्शन
मेरठ। टाईकोन 2025 को सम्बोधित करते हुए जयंत चौधरी (राज्य मंत्री, स्वतन्त्र प्रभार, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय एमएसडीई और राज्य मंत्री, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार) ने कहा कि भारत सरकार अपने महत्वाकांक्षी प्रोग्रामों जैसे स्टार्ट-अप इंडिया, स्किल इंडिया और अटल इनोवेशन मिशन के माध्यम से एक मिलियन से अधिक उद्यमियों को बढ़ावा दे रही है। रिकॉर्ड किए गए मैसेज के ज़रिए उनके संदेश को टाईकोन में डिलीवर किया गया।
गौरतलब है कि टाईकोन दुनिया का अग्रणी टेक्नोलॉजी एवं एंटरेप्रेन्योरशिप कॉन्फ्रैन्स है, जिसका आयोजन सेंटा क्लारा कन्वेंशन सेंटर, कैलिफोर्निया, यूएसए में किया गया। पहले दिन संदेश देते हुए मंत्री श्री चौधरी ने कहा, ‘‘आज भारत ऐसे शक्तिशाली दौर से गुज़र रहा है, जहां इनोवेशन, उद्यम और कौशल एक साथ मिलकर नए विश्वस्तरीय आयाम स्थापित कर रहे हैं। हमारे देश के हर कोने में उद्यमी वास्तविक समस्याओं को हल कर रहे हैं, स्थायी उद्यमों का निर्माण कर बड़े पैमाने पर प्रभाव उत्पन्न कर रहे हैं।’ सिलिकॉन वैली के दौरान टाईकोन 2025 कन्वेंशन को सम्बोधित करते हुए श्रीवेद मणि तिवारी (सीईओ, एनएसडीसी और एमडी एनएसडीसी इंटरनेशनल) ने कहा, ‘‘एआई इस तरह दुनिया को बदल रहा है, जिसकी हमने कभी कल्पना तक नहीं की थी, ऐसे में इस मार्ग में आने वाली चुनौतियों को हल करते हुए अवसरों का लाभ उठाना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। इसके लिए हमारे युवाओं एवं प्रोफेशनल्स को कौशल प्रदान करना बहुत ज़रूरी है, ताकि वे आने वाले समय के लिए तैयार रहें। एनएसडीसी ने विभिन्न पहलों के माध्यम से युवाओं को स्किल एवं अपस्किल करने के लिए उल्लेखनीय प्रयास किए हैं। हम उन्हें उभरते क्षेत्रों में इनोवेटर्स, उद्यमी और भावी लीडर्स बनने के लिए सशक्त बना रहे हैं। हम एक बेहतर कल के निर्माण के लिए मानव पूंजी एवं टेक्नोलॉजी की क्षमता का लाभ उठाना चाहते हैं।
एआईवर्स विषय पर आयोजित सालाना तीन दिवसीय सम्मेलन में उद्यमी, इनोवेटर्स, निवेशक और अकादमिक जगत के प्रतिनिधि एक मंच पर इकट्ठा हुए, जिन्होंने समाज एवं उद्यमों के भविष्य को आकार देने में आर्टीफिशियल इंटेलीजेन्स की भूमिका पर विचार-विमर्श किया। भारतीय प्रतिनिधियों की बात करें तो डीप-टेक, क्लाइमेट इनोवेशन, हेल्थकेयर, एआई और डिजिटल रूपान्तरण से जुड़े लीडर इस सम्मेलन में शामिल हुए, जिन्होंने ग्लोबल इनोवेशन पार्टनर के रूप में देश की बढ़ती भूमिका पर रोशनी डाली। इन प्रतिनिधियों ने प्रत्यास्थता, समावेशन और प्रयोजन-उन्मुख विकास में निहित भारतीय उद्यमिता की भावना को दर्शाया। तीन दिवसीय विशाल सम्मेलन की शुरूआत 30 अप्रैल को हुई थी। टाईकोन 2025 में भारत की भागीदारी आज के एआई दौर में भारत को ग्लोबल टैलेंट हब एवं इनोवेशन पार्टनर के रूप में मजबूती से स्थापित करती है। कई महत्वपूर्ण प्रयासों के साथ भारत विश्वस्तर पर कौशल की खामियों को दूर करने और उभरते एआईवर्स में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
उन्होंने इस बात पर रोशनी डाली कि किस तरह भारत की कौशल प्रणाली विकसित हो कर युवाओं के लिए भावी कौशल प्रशिक्षण को सुलभ बना रही है। स्किल इंडिया डिजिटल हब जैसे आधुनिक प्लेटफॉम्र्स सुनिश्चित करते हैं कि देश भर में लर्नर्स किसी भी समय, कहीं से भी नए कौशल सीख सकें। उन्होंने भारत को कुशल मैनपावर के ग्लोबल सप्लायर के रूप में बदलने में एनएसडीसी इंटरनेशनल की भूमिका पर भी रोशनी डाली। निगम ने सम्मेलन में विशेष प्रदर्शनी स्टॉल भी लगाई जिसने दुनिया भर से प्रतिभागियों को खूब लुभाया। स्टॉल में भारत के आधुनिक स्किलिंग मॉडल्स और एआई-इंटीग्रेटेड लर्निंग प्लेटफॉम्र्स को प्रदर्शित किया गया। विभिन्न सेक्टरों के प्रतिनिधियों को प्रतिभा के विकास, वर्कफोर्स मोबिलिटी एवं एआई-उन्मुख कौशल प्रोग्रामों में साझेदारियों के अवसरों के साथ जुड़ने का मौका मिला।
टाईकोन 2025 के दूसरे दिन माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नदेला और श्री तिवारी ने भारत की कौशल प्रणाली पर संक्षिप्त चर्चा की। उन्होंने एनएसडीसी की विभिन्न पहलों और भारतीय युवाओं को नौकरियों एवं भावी कौशल के लिए तैयार करने में संगठन की भूमिका पर भी विचार-विमर्श किया। यह चर्चा एनएसडीसी स्टॉल के प्रदर्शनी ज़ोन में हुई।
No comments:
Post a Comment