हिस्ट्रीशीटर की हत्या में दोनों तरफ से एफआईआर, किसान गिरफ्तार

पोस्टमार्टम में शरीर से निकली 6 बुलेट, लापरवाही के चलते इंस्पेक्टर निलंबित

मेरठ। थाना जानी क्षेत्र के पांचली खुर्द गांव में  हिस्ट्रीशीटर रिंकू सिंह गुर्जर की हत्या 6 गोली लगने से हुई थी। पुलिस ने हत्या करने वाले राहुल को पकड़ लिया है।

वहीं, रिंकू के साथी सचिन को भी गिरफ्तार कर लिया है। रिंकू 24 अप्रैल को पांचली खुर्द गांव में साथी के साथ राहुल से वसूली करने गया था। नहीं देने पर राहुल के भाई आजाद को गोली मार दी।इस पर गांव वाले एकत्र हो गए। फिर राहुल ने रिंकू की गोली मारकर हत्या कर दी। मामले में लापरवाही बरतने पर जानी थाने के इंस्पेक्टर संजय पांडेय को सस्पेंड कर दिया गया है।

हत्या से पहले गांव में वसूली थी रंगदारी

गुरुवार यानी 24 अप्रैल को रिंकू अपने साथी सचिन के साथ गांव पहुंचा। वहां पर उसने व्यापारी महेंद्र की दुकान से तीन शूट और दो पैंट-शर्ट खरीदे। पिस्टल से जान से मारने की धमकी देकर 10 हजार की रंगदारी वसूली।

इसके बाद उसने गांव के पवन से भी मुकदमा निपटाने के लिए रंगदारी मांगी। शाम को रिंकू साथी सचिन के साथ किसान राहुल के घर पहुंचा। राहुल ने रिंकू से एक प्लॉट खरीदा था। जिसकी पूरी रकम दे दी गई थी।

रिंकू और रकम मांग रहा था। इसी विवाद में रिंकू ने राहुल के भाई आजाद पार गोली चला दी। जोकि उसके पैर में लग गई। राहुल के शोर मचाने पर गांव के लोग एकत्र हो गए। ग्रामीणों ने रिंकू की बाइक में आग लगा दी। भीड़ को देखकर रिंकू पड़ोसी चमन के घर में घुस गया। इसी बीच राहुल ने रिंकू को गोलियां मार दी।

दोनों तरफ से दर्ज हुई FIR

इस मामले में पुलिस ने गांव के चौकीदार की तरफ से राहुल के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई। वहीं, राहुल के भाई आजाद को गोली मारने के मामले में राहुल के पिता कृपाल सिंह ने रिंकू और उसके साथी हस्तिनापुर निवासी सचिन के खिलाफ हत्या के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज कराई। दोनों के पास से एक पिस्टल और एक तमंचा बरामद किया गया। दोनों को कोर्ट में पेश किया जहां से उनको जेल भेज दिया गया।

जेल से छूटने के बाद कहा था-एक एक से बदला लूंगा

रिंकू गुर्जर को कोर्ट ने साल 2015 में 10 साल की उम्र कैद की सजा सुनाई थी। यह सजा कोर्ट ने रिंकू को हस्तिनापुर के एक युवक की हत्या में दोषी पाए जाने पर सुनाई थी। 2025 में जनवरी महीने में रिंकू जेल से छूटकर आया था।

जेल से आने के बाद वह गांव में लोगों को कहता था कि एक-एक से बदला लेगा। गांव वालों को कहना था कि उसने लोगों से बदला लेने वालों की लिस्ट बना रखी थी। रिंकू की मां और उसके भाई ने उसे बहुत पहले ही नाता तोड़ लिया था।

रिंकू ने जब 9 फरवरी को इमरान की हत्या की तो फरार होने के समय उसने गांव में ऐलान किया था कि वह कई और लोगों को भी मारेगा।

पुलिस रिंकू की तलाश में जुटी थी जिसके बाद उस पर 25000 का इनाम घोषित किया गया। उसकी हिस्ट्रीशीट खोली गई। उसके बाद से रिंकू फरार चल रहा था। गुरुवार रात को वह गांव में पहुंचा। उसने राहुल और उसके भाई आजाद को मारने के इरादे से गोलियां चला दी।

पुलिस ने चचेरे भाई को सौंपा शव

रिंकू के शव का शुक्रवार शाम को पोस्टमॉर्टम किया गया। उसके चेहरे और सिर में 6 गोलियां मारने की पुष्टि हुई। रिंकू का शव लेने के लिए कोई मॉर्च्युरी नहीं पहुंचा तो पुलिस ने मुजफ्फरनगर से उसके चचेरे भाई राकेश को बुलाकर शव उसको सौंपा।

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