"प्रेमांश फाउंडेशन और सेंट जेम्स स्कूलमें धरती दिवस पर पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया "
मेरठ। प्रेमांश फाउंडेशन द्वारा सेंट जेम्स स्कूल, कंकरखेड़ा सुभाष पुरी, में मंगलवार को पृथ्वी दिवस मनाया गया। इस वर्ष की थीम "आवर पावर, आवर प्लेनेट" के तहत नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण संरक्षण और सतत जीवनशैली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित की गईं।
कार्यक्रम की शुरुआत में प्रिंसिपल डॉ सिंह ने प्रेमांश फाउंडेशन की संस्थापक एवं सीईओ डॉ. शिखा शुक्ला का स्वागत किया और सभी बच्चों को पृथ्वी दिवस के महत्व के बारे में बताया। इसके बाद डॉ शिखा शुक्ला ने सभी को पौधा रोपण के लिए प्रेरित किया और साथ ही 3Rs यानी कम करें, पुनः प्रयोग में लाएं और रीसायकल के बारे में जानकारी दी। बच्चों को बताया गया की कैसे वह वैस्ट मटेरियल से कई उत्पाद बना सकते हैं और इस्तेमाल में ला सकते हैं।
इसके बाद विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. नवीन सिंह, डॉ शिखा शुक्ल एवं कुछ बच्चों ने मिलकर स्कूल में पौधे लगाए। सभी विद्यार्थियों ने मिलकर उत्साहपूर्वक कार्यक्रम में भाग लिया। वृक्षारोपण का यह सामूहिक प्रयास "हरा-भरा भविष्य" के प्रति सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रतीक बना।
डॉ. शिखा ने अपने प्रेरणादायक संदेश में बताया कि - "धरती को बचाने के लिए सिर्फ बड़े बदलावों की नहीं, छोटे-छोटे सतत प्रयासों की ज़रूरत है। अगर हम सभी मिलकर यह सुनिश्चित करें कि अनावश्यक लाइट्स बंद रखें, पानी की बर्बादी रोकें, प्लास्टिक की बोतलों का पुनः उपयोग करें और उन्हें पुनर्चक्रण में डालें, तो हम पृथ्वी को एक बेहतर स्थान बना सकते हैं।"उन्होंने छात्रों को 3R - Reduce, Reuse, Recycle की आदतें अपनाने की प्रेरणा दी और बताया कि कैसे ये सिद्धांत हमारी दैनिक जीवनशैली में छोटे प्रयासों के ज़रिये बड़े बदलाव ला सकते हैं।
डॉ. नवीन सिंह, प्राचार्य, ने भी छात्रों को संदेश देते हुए कहा- "धरती केवल हमारी नहीं, आने वाली पीढ़ियों की भी है। इसलिए हर सकारात्मक कदम से हम एक स्वच्छ और सुरक्षित कल की नींव रख सकते हैं।"
इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल धरती दिवस को मनाना था, बल्कि बच्चों व समुदाय को पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाकर उन्हें जलवायु परिवर्तन की चुनौती का हिस्सा नहीं, समाधान का हिस्सा बनाना था। कार्यक्रम में स्कूल टीचर्स, बच्चे और प्रेमांश फाउंडेशन की टीम के सदस्य अमर, प्रीतेश , संजीव मौजूद थे।
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