प्राचीन मां बगलामुखी हनुमान मंदिर भंडारे और हवन का आयोजन
मेरठ।साकेत स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर, जो प्राचीन मां बगलामुखी धाम के रूप में प्रसिद्ध है, हनुमान जन्मोत्सव के पावन अवसर पर विशाल भंडारे और हवन का भव्य आयोजन किया गया। इस आध्यात्मिक अनुष्ठान का नेतृत्व आचार्य प्रदीप गोस्वामी जी ने किया, जिनकी देखरेख में सम्पूर्ण धार्मिक प्रक्रिया विधिवत संपन्न हुई।
मंदिर परिसर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। भक्तों ने पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ भगवान हनुमान जी की पूजा-अर्चना की और भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। हवन यज्ञ में सैकड़ों लोगों ने भाग लेकर धर्म और समाज के कल्याण हेतु आहुतियां दीं।
आचार्य प्रदीप गोस्वामी जी ने बताया कि हनुमान जी को हिन्दू धर्म में अपार बल और बुद्धि के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। उनके समान बलशाली और बुद्धिमान भक्त आज तक इस पृथ्वी पर नहीं हुआ। फिर भी वे अत्यंत विनम्र, सेवाभावी और राम नाम में लीन रहने वाले देवता हैं। यह विश्वास है कि सच्चे मन से राम नाम का जाप करने वाले भक्तों की हनुमान जी किसी न किसी रूप में सहायता करते हैं। भक्तगण उन्हें मित्र, गुरु, भाई और भगवान के रूप में अपने-अपने श्रद्धा भाव से पूजते हैं। कहा जाता है कि जहां-जहां राम का भजन होता है, वहां-वहां हनुमान जी किसी न किसी रूप में उपस्थित रहते हैं। आठ चिरंजीवियों में से एक माने जाने वाले हनुमान जी कलयुग के अंत तक इस पृथ्वी पर विराजमान रहेंगे। भविष्य में भगवान कल्कि के अवतार में भी हनुमान जी की महत्वपूर्ण भूमिका मानी गई है।
मां बगलामुखी धाम की एक और विशेषता यह है कि यह देश का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां दस की दस महाविद्याएं एक ही स्थान पर स्थापित हैं। यही कारण है कि न केवल आम लोग, बल्कि नेता, अभिनेता व कई प्रसिद्ध हस्तियां भी यहां हवन-पूजन के लिए आते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने की कामना करते हैं।
इस भव्य आयोजन ने भक्तों के हृदय में भक्ति, आस्था और ऊर्जा का संचार किया तथा यह आयोजन धार्मिक एकता और सांस्कृतिक परंपरा का प्रतीक बन गया।
No comments:
Post a Comment