महिला उत्थान का सर्वोपरि आयाम तनाव रहित जीवन: प्रो युद्धवीर सिंह
तनाव रहित महिला ही विकसित समाज का आधार: ब्रह्मकुमारी बहन श्वेता
मेरठ। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मेरठ कॉलेज, मेरठ में महिला प्रकोष्ठ द्वारा 'तनाव प्रबंधन व आंतरिक शांति' के परिपेक्ष में एक वार्ता का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता ब्रह्माकुमारी बहन श्वेता रहीं।
उन्होंने बताया संसार में विपरीत परिस्थितिया हमेशा ही रहेगी तनाव से बचने के लिए आंतरिक रूप से व आत्मिक रूप से स्वयं को शक्तिशाली बनाना होगाl उन्होंने कहा कि स्वयं से प्रेम करना चाहिएl विचारों में व्यवहार में समानता होनी चाहिए क्योंकि हमारे विचार ही मूर्त रूप में हमें बनाते हैंl उन्होंने विचारों की शक्ति के बारे में बताते हुए कहा कि जैसा हम सोचते हैं आसपास का घर संसार वैसा ही बन जाता है इसलिए सकारात्मक सोच होनी चाहिएl यदि कोई नकारात्मक विचार के बारे में बार-बार सोचता है तो आंतरिक ऊर्जा में रुकावट उत्पन्न होती है जिससे विभिन्न प्रकार की बीमारियां उत्पन्न हो जाती हैंl रोज रात को अपनी डायरी में अपनी परेशानी लिखकर वह समाधान कर तनाव को दूर किया जा सकता है। उन्होंने मेडिटेशन के महत्व को बताकर ध्यान प्रक्रिया भी कराईl जिज्ञासुओं के प्रश्नों का उत्तर दियाl प्राचार्य प्रोफेसर युद्धवीर सिंह ने महिला दिवस पर सभी को बधाई व शुभकामनाएं दीl उन्होंने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि तनाव मुक्त महिला ही घर परिवार व कार्य स्थल पर अपनी सतप्रतिशत कुशलता दर्शा सकती है। मंच संचालन प्रोफेसर निशा मनीष ने कियाl धन्यवाद ज्ञापन महिला प्रकोष्ठ की संयोजिका प्रोफेसर मोनिका भटनागर ने दिया । कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रो ममता शर्मा, प्रो दिव्या सिंह, प्रो नविता एस कुमार, सुश्री मेघा शर्मा, डॉ रीना बंसल, चंद्रशेखर व सुश्री सरिता नायक का योगदान रहा ।
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