ओरंगजेब की  कब्र का बवाल नागपुर तक पहुंचा 

 दो गुटों में हुई हिंसक झड़प में डीसीपी समेत कई पुलिसकर्मी घायल धारा 163 लागू

नागपुर ,एजेंसी। महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर उठे विवाद की आंच  सोमवार की शाम को नागपुर में पहुंच गयी।  कुछ अफवाहों के बाद दो गुटों में तनाव पैदा हो गया और देखते ही देखते पत्थरबाजी शुरू हो गई। विवाद इतना बढ़ गया है कि उपद्रवी आगजनी पर उतर आए और सड़कों पर खड़ी कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। दो जेसीबी समेत कई कार जलकर खाक हो गईं। आनन-फानन में सूचना पाकर मौके पर पहुंची ने पुलिस ने मोर्चा संभाला। भीड़ को खदड़ने की कोशिश की जिसमें डीसीपी समेत कई पुलिसवाले भी घायल हो गए हैं।शहर में तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल के साथ-साथ रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती कर दी गई है। सरकार और प्रशासन ने सभी से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है।मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस घटना पर करीब से नजर रख रहे हैं और वो प्रशासन से लगातार संपर्क में भी हैं। शासन-प्रशासन के आला अधिकारी सड़कों पर उतर चुके हैं और किसी भी तरह से स्थिति को काबू करने की कोशिश में लगे हैं।

सोमवार शाम सात बजे से 7:30 बजे के बीच शिवाजी चौक के पास बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और औरंगजेब की कब्र को लेकर नारेबाजी करने लगे। ये लोग दोपहर में विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित एक विरोध प्रदर्शन से नाराज थे। जैसे ही नारेबाजी शुरू हुई, वहां मौजूद एक अन्य समूह ने भी इसके जवाब में नारे लगाने शुरू कर दिए। इससे देखते ही देखते स्थिति तनावपूर्ण हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उस समय हालात बिगड़ चुके थे।पुलिस ने पहुंचकर विरोध प्रदर्शन कर रहे दोनों समूहों को अलग किया और शिवाजी चौक से चित्निस पार्क की ओर खदेड़ दिया। हालांकि चित्निस पार्क से आगे, भालदार पुरा इलाके से पुलिस पर भारी मात्रा में पत्थरबाजी की गई। स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया, लेकिन लगातार हो रही पत्थरबाजी के चलते पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। सूत्रों के अनुसार, पत्थरबाजी के कारण कई वाहनों को नुकसान पहुंचा है।

बता दें कि बवाल के बाद पुलिस जब समझाने पहुंची तो दोनों गुट आक्रोशित हो गए। पत्थरबाजी और आगजनी करने लगे। सड़क पर खड़ी कई गाड़ियों में आग लगी दी। साथ ही साथ गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की। पत्थरबाजी के दौरान कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल हालात को संभालने के लिए पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया है। प्रदर्शन कर रहे लोगों को खदेड़ा जा रहा है। पुलिस के मुताबिक4 पुलिसकर्मियों को पत्थर लगे हैं। वहीं डीसीपी समेत कुछ अन्य लोग भी घायल हुए हैं।

डीसीपी नागपुर अर्चित चांडक ने कहा, “यह घटना कुछ गलतफहमी के कारण हुई। स्थिति अभी नियंत्रण में है। यहां हमारी फोर्स मजबूत है।द्ध मैं सभी से अपील करता हूं कि वे बाहर न निकलें। साथ ही जो पत्थरबाजी कर रहे हैं, वो पत्थरबाजी बंद कर दें। पत्थरबाजी हो रही थी, इसलिए हमने बल का प्रदर्शन किया और आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया।कुछ वाहनों में आग लगा दी गई थी, हमने फायर ब्रिगेड को बुलाकर आग बुझाई।

डीसीपी नागपुर अर्चित चांडक ने कहा, “पत्थरबाजी के दौरान कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए, मुझे भी पैर में थोड़ी चोट लगी है, लेकिन हम सभी से शांति बनाए रखने का आग्रह करते हैं। लोग अफवाहों पर ध्यान न दें। शिवाजी चौक के पास कुछ कंस्ट्रक्शन का काम चालू था। इसलिए बड़े पैमाने पर पत्थर रखे थे, जिसका इस्तेमाल इन लोगों ने पत्थरबाजी के लिए किया.” उन्होंने बताया कि घटना महल क्षेत्र की है। स्थानीय लोगों के मुताबिक भीड़ में 200 से 300 लोग शामिल थे।

नागपुर से सांसद व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ‘X’ पर ट्वीट कर लोगों से शांति की अपील की। नितिन गडकरी ने लिखा कि, “नागपुर शांति और सद्भाव के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध शहर है. इस शहर में जाति, पंथ या धर्म के आधार पर कोई विवाद या लड़ाई नहीं होती.” वहीं नितिन गडकरी ने नागपुर निवासियों से शांत रहने और स्थिति को संभालने में जिला पुलिस-प्रशासन का सहयोग करने की अपील की।

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