सैकड़ों अकीदतमंदों ने जुमा-तुल-विदा की नमाज़ अदा की
शहर में जुमे की नमाज पर रही कड़ी चौकसी , ड्राेन से की गयी निगरानी
मेरठ। रेलवे रोड़ स्थित मनसबिया ईदगाह इमाम-ए-जुमा मौलाना महज़र आब्दी साहब की इमामत में शिया मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों अकीदतमंदों ने जुमा-तुल-विदा की नमाज़ अदा की।
नमाज़ से पहले मौलाना आब्दी ने अपने खुतबे में कहा कि रहमतों, बरकतों के मुक़ददस महीना रमज़ान-उल-मुबारक हमें बुराईयों, गुनाहों से तौबा करने, नेकियां करने, अपने हमसाये के साथ मोहब्बत, खुलूस से पेश आने और बेशुमार नसीहतें देकर हमसे रूख्सत हो रहा है, लेकिन हमें माह रमज़ान-उल-मुबारक गुज़र जाने के बाद भी अल्लाह की इबादत के साथ-साथ इन खूबियों को अपनी जिन्दगी के सांचे में ढाल लेना चाहिए, ताकि हम मिसाली कामयाब ज़िन्दगी गुज़ार सकें। यही जुमा-तुल-विदा का पैगाम है।
नमाज़ के बाद बड़ी संख्या में अकीदतमंदों ने ईदगाह से लेकर करबला मंसबिया कैंपस में ही पैदल मार्च निकाल कर बैतुल मुकद्दस को इज़रायल के चुंगल से आज़ाद कराने के लिये पुरअमन प्रदर्शन किया। इस मौके पर मौलाना महज़र आब्दी ने कहा कि आयतुल्लाह इमाम खुमैनी की अपील पर जुमा-तुल-विदा को हर वर्ष ‘यौमे कुदुस’ के तौर पर मनाकर इज़राइल को ज़ुल्म के खिलाफ चेताया जाता है।
इनके अलावा लोहिया नगर स्थित मस्जिद हजरत अबुतालिब में इमाम-ए-जुमा मौलाना अल्ताफ हुसैन साहब ने जुमा-तुल-विदा की नमाज़ अदा करायी. उन्होने अपने खुतबे में कहा कि ईद-उल-फितर की नमाज से पहले ही हर शख्स को वाजिब फितरा निकालकर जरूरतमंदों को पहुंचा देना चाहिए, ताकि हम उन्हें भी अपनी खुशियों में शामिल कर सकें।
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