इटावा की मूक बधिर दुल्हन को न्यूजीलैंड ले गया दूल्हा 

 सोशल मीडिया से  दोनों   एक दूसरे के सम्पर्क में आए प्रेमी युगल 

इटावा । क्या आपने सोचा है अगर कोई मूक बिधर हो तो उसका जीवन कितना कष्ट भरा हो सकता है। लेकिन इस बात को इटावा की बेटी ने झुटला दिया है। बचपन से बोलने व सुनने में असमर्थ बेटी ने उच्च शिक्षा ग्रहण की न्पूजीलैंड के एक युवक से प्रेम विवाह किया है। यह शादी इटावा में चर्चा का विषय बनी हुई है। 

प्रियंका उर्फ निक्की के पिता मनोज राजौरे ने कहा कि उनकी बेटी जन्म से ही बोलने और सुनने में असमर्थ थी. प्रियंका के भविष्य को लेकर पूरा परिवार हमेशा चिंतित रहता था, लेकिन प्रियंका ने उच्चशिक्षा ग्रहण कर परिवार के हौसले बुलंद कर दिए।कहते हैं कि इश्क की कोई जुबान नहीं होती. भरथना के ग्राम रमायन की एक ऐसी प्रेम कहानी जिसमें जुबान तो नहीं पर एहसास खूब हैं। यह कहानी है एक मूक-बधिर जोड़े की. इनकी मुलाकात सोशल मीडिया पर हुईऔर इशारों में बात हुई तो कुछ ही समय में प्यार का इजहार हो गया. फिर दोनों ने प्यार को मुकम्मल अंजाम तक पहुंचा दिया।ग्राम रमायन कि रहने वाली प्रियंका जन्म से ही मूकबधिर है.।सोशल मीडिया पर लगभग एक साल पहले प्रियंका उर्फ निक्की की कालेज में पढ़ाई के दौरान सोहित से दोस्ती हुई। सोहित भी प्रियंका की तरह मूकबधिर है. दोनों की दोस्ती प्यार में बदली और फिर दोनों ने इसे शादी में बदलने का फैसला किया. दोनों एक-दूसरे से सोशल मीडिया पर चैटिंग और वीडियो कॉलिंग के जरिए साइन लैंग्वेज में बात करते थे। जब परिवारों के सामने खबर पहुंची तो परिजनों से भी दोनों को शादी की रजामंदी मिल गई।

सोहित न्यूजीलैंड से हरियाणा के शहर फरीदाबाद अपने पैतृक घर पहुंचा और निर्धारित शादी की तारीख को परिवार के साथ पूरे हर्षौल्लास और धूमधाम के साथ बारात लेकर बीते मंगलवार की शाम प्रियंका के घर भरथना के ग्राम रमायन पहुंच गया। उधर प्रियंका के परिजन सैकड़ों रिश्तेदार के साथ इस अद्भुत शादी को यादगार बनाने में पहले से जुटे हुए थे। जिसको लेकर प्रियंका के परिजन और रिश्तेदारों ने भव्य तैयारियां की थीं।

बारात के पहुंचते ही परिजनों, रिश्तेदारों ने बड़े ही उत्साह से दुल्हा के साथ पहुंचे बारातियों का जोरदार स्वागत किया। पूरी रात शादी की खुशियों के साथ दोनों प्रेमी-प्रेमिका ने हिन्दू रीति-रिवाज के साथ वरमाला पहनाई फिर जीवन के नए दायित्वों का निर्वाहन करने के लिए सात फेरे लेकर जीवन भर एक दूसरे के साथ रहने, सुख दुख में साथ निभाने का संकल्प लिया। दूसरे दिन सुबह होते ही दुल्हन बनी प्रियंका अपने प्रेमी दूल्हा और बारातियों के साथ विदा होकर हरियाणा के फरीदाबाद चली गई।

प्रियंका उर्फ निक्की के पिता मनोज राजौरे ने कहा कि उनकी बेटी जन्म से ही बोलने और सुनने में असमर्थ थी. प्रियंका के भविष्य को लेकर पूरा परिवार हमेशा चिंतित रहता था, लेकिन प्रियंका ने उच्चशिक्षा ग्रहण कर परिवार के हौसले बुलंद कर दिए.।यह सिर्फ संयोग रहा कि प्रियंका विवाह के पवित्र बंधन में बंध गई. प्रियंका और सोहित दोनों ही सुशिक्षित हैं। सोहित का न्यूजीलैंड में खुद का व्यापार है. जबकि प्रियंका भरथना के रमायन में रहने वाली है और उसने अपनी शिक्षा बाहर रहकर मूकबधिर कॉलेज में पूरी की है। विवाह को लेकर दोनों ही परिवारों में खुशी का माहौल है।



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