थ्रॉम्बोलाइसिस की सहायता से मरीज़ की बचाई जान
मेरठ। मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने थ्रॉम्बोलाइसिस विधि से एक मरीज को नया जीवन दान दिया है।
मरीज़ सुरेश (बदला हुआ नाम) निवासी लाल कुर्ती को प्रातः 3:30 बजे अचानक से सांस लेने में कठिनाई होने लगी, जिससे परिवारजन चिंतित हो गए। तत्पश्चात् उन्हें तुरंत प्यारे लाल ज़िला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां पर उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उनको मेडिकल कॉलेज मेरठ के लिए रेफर कर दिया गया।
चिकित्सालय में जाँचोपरांत और पूछताछ के दौरान पता चला कि मनीष को अचानक से पेशाब रुकने की समस्या हो गई थी, साथ ही सांस लेने में कठिनाई और भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।मरीज़ की तुरंत ईसीजी एवं अन्य जाँचे कराई गई, जिसमें दिल के दौरे (हार्ट अटैक) के संकेत मिले। इसके बाद संबंधित ट्रोप-टी (TROP-T) टेस्ट किया गया, जो पॉजिटिव पाया गया।
मरीज को तुरंत स्ट्रेप्टोकाइनेज इंजेक्शन देकर थ्रॉम्बोलाइसिस किया गया। उपचार के दौरान मरीज को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की गईं और धीरे-धीरे, छह दिनों में उनकी स्थिति पूरी तरह से सामान्य हो गई।
मरीज़ का उपचार डॉ. योगिता सिंह, डॉ. रचना सेमवाल, डॉ. अंशुल मित्तल, डॉ. आकाश वर्मा के अधीन किया गया। इसके अतिरिक्त, कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. धीरज कुमार सोनी और नेफ्रोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. निधि गुप्ता की भी सहायता ली गई।अब मरीज़ को नियमित रूप से हर सप्ताह जांच कराने की सलाह दी गई है, ताकि उनके स्वास्थ्य की निरंतर निगरानी की जा सके।उपरोक्त थ्रॉम्बोलाइसिस प्रकिया हेतु प्राचार्य डॉ आर सी गुप्ता ने मेडिसिन विभाग, कार्डियोलॉजी विभाग व नेफ्रोलॉजी विभाग को बधाई दी।
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