बजट चिकित्सा शिक्षा हेतु एक सकारात्मक कदम - अंजू पांडे
मेरठ। बेटियां फाउनडेंशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष अंजू पांडे ने शनिवार को संसद में वित्त मंत्री निर्मल सीतारमण द्वारा पेश किए गये बजट कहा है कि चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में विस्तार करते हुए जहां पिछले 10 वर्षों में लगभग एक लाख सीटों की वृद्धि की गई थी इसको बढ़ाते हुए अगले वर्ष दस हजार अतिरिक्त सीटे आरंभ किया जाना चिकित्सा शिक्षा हेतु एक सकारात्मक कदम है । अगले 5 वर्षों में पचास हजार सरकारी स्कूलों में अटल टिंकैंक लैब की स्थापना नावाचार और वैज्ञानिक स्वभाव की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण प्रयास है । वित्त मंत्री द्वारा निर्यात प्रोत्साहन मिशन की स्थापना की भी घोषणा की गई है । राज्यों के सहयोग से शीर्ष 50 पर्यटन स्थलों का भी विकास किया जाना है । एक करोड़ गिग वर्कर्स को मान्यता प्रदान किया जाना भी एक सराहनीय कदम प्रतीत होता है द्ध
अंतरराष्ट्रीय परिद्रश्य एवं अनिश्चितताओं के दृष्टिगत इस बजट को आर्थिक विकास की गति को बढ़ावा देने एवं विकसित भारत के स्वप्न को पूरा करने हेतु सार्थक प्रयास कहा जा सकता है । शिक्षा जगत के दृष्टिकोण से शिक्षा की गुणवत्ता में सकारात्मक सुधार एवं अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता को प्राप्त करने हेतु शिक्षा पर होने वाला जीडीपी का प्रतिशत व्यय जब तक बढ़ाया नहीं जाता तब तक कोई विशेष परिवर्तन शिक्षा जगत में दृष्टिगोचर हो ऐसा नहीं लगता। बिहार के लिए की गई घोषणाएं राजनैतिक प्रतीत होती है । नवाचार , मानव एवं उर्जा में निवेश इस बजट का मूल मंत्र प्रतीत होता है ।
उनका ये भी कहना है कि सरकार योजनाओं द्वारा सुविधा दे रही है लेकिन यह योजनाएं मध्यम वर्ग के लिए भी नहीं है क्योंकि मध्यम वर्ग से तात्पर्य यह नहीं कि वह व्यक्ति वित्तीय रूप से सक्षम है परिवार को चलाने के लिए अनेक चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है मध्यम वर्ग के लिए न रोजगार में न ही योजनाओं में लाभ मिल रहा है दूसरा यदि वे स्वरोजगार कर रहे हैं तो उनके लिए जीएसटी के कारण अनेक परेशानियां सामने आ रही है सभी उद्योगों के लिए जीएसटी रेट कम किया जाए एक समान जीएसटी लागू हो ऐसा बजट हो जिसमें व्यक्ति आय के अनुसार बचत भी कर सके ।
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