गांधी बाग की सफाई व्यवस्था चरमराई
लोग बोले- कुड़ा घर बना गांधी बाग
मेरठ।गांधी बाग बना कुडा बाग यह बात हम नहीं यहां आने वाले परिवार व आम लोगों कह रहे है। उन्होंने कहा ऐंट्री गेट पर शुल्क लिया जाता है लेकिन साफ-सफाई के नाम पर गंदगी देखने को मिलती है फुटपाथ टाइलेट व बच्चा पार्क में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है।
इसको लेकर कुछ लोगों ने गांधी बाग सुपरवाइजर राजकुमार शर्मा को घेरा। उन्होंने कहा 5 फरवरी से साफ-सफाई का जिम्मा प्राईवेट ऐजेंसी को दिया गया है उन्होंने बताया गांधी बाग में चौदह टाइलेट फुटपाथ रोड व बच्चा पार्क में साफ-सफाई व कुड़ा उठाने की जिम्मेदारी ऐजेंसी कर्मचारियों की है। फिर भी उनके द्वारा आज बच्चा पार्क की सफाई व कुड़ा उठाने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली लगा कुड़ा उठाने का कार्य कैंट बोर्ड मालियों से कराया जा रहा है। उन्होंने गांधी बाग की साफ सफाई व्यवस्था सुचारू की शिकायत विभाग के अधिक्षक वीके त्यागी व सुपरवाइजर अभिषेक गंगवार को भेज दी है।
आरोप है ठेकेदार द्वारा दो कर्मचारियों को भेजा जाता है और ये कर्मचारी दिन में चार बार हाजरी लगाने रजबन कार्यालय जाते हैं, आरोप है आधा समय तो आने जाने में ही लगा देते हैं उन्होंने कहा गांधी पार्क की साफ-सफाई के लिए फुल टाइम पांच कर्मचारियों की आवश्यकता है। बता दें कैंट बोर्ड ने कैंट के पांच वार्डों की साफ-सफाई का ठेका प्राईवेट ऐजेंसी को सात करोड़ में दिया गया है जिसमें गांधी बाग भी ठेकेदार के अंडर में है।
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