ओआरएसएल बनाने वालों की नई पहल
– ‘डायरिया से डर नहीं’, अगले 2+ साल में लगभग 5 मिलियन से ज्यादा बच्चों तक पहुंचने का लक्ष्य
मेरठ : ओआरएसएल बनाने वाली कंपनी केनव्यू ने पॉपुलेशन सर्विसेज़ इंटरनेशनल इंडिया (PSI इंडिया)के साथ मिलकर एक नई जनस्वास्थ्य पहल ‘डायरिया से डर नहीं’ की शुरुआत की है है। अगले दो+ वर्षों में लगभग 5 मिलियन बच्चों तक पहुँचने के लक्ष्य के साथ, यह पहल उत्तर प्रदेश के 7 जिलों और बिहार के 3 जिलों में दस्त से होने वाली मृत्यु दर को कम करने और स्वास्थ्य परिणामों में सुधार पर केंद्रित होगी।
इस पहल के बारे में बात करते हुए, प्रशांत शिंदे, बिजनेस यूनिट हेड – सेल्फ केयर, केनव्यू ने कहा, "पिछले 20 वर्षों से, ORSL, हमारा प्रतिष्ठित इलेक्ट्रोलाइट ब्रांड, फ्लूइड, इलेक्ट्रोलाइट और एनर्जी पर वैज्ञानिक अनुसंधान को आगे बढ़ा रहा है, जिससे उन्नत हाइड्रेशन फॉर्मूलेशन विकसित हुए हैं। हाल ही में लॉन्च किए गए रेडी-टू-ड्रिंक ORS-WHO अप्रूव्ड फॉर्मूला के साथ, हमने अपने हाइड्रेशन पोर्टफोलियो का विस्तार किया है, जो दस्त से तेज़ी से रिकवरी में सहायता करने वाला एक प्रभावी समाधान प्रदान करता है।“
"सरकार के 'स्टॉप डायरिया' अभियान को और सशक्त बनाने के उद्देश्य से, हमें 'डायरिया से डर नहीं' नामक इस बहु-वर्षीय पहल को शुरू करने पर गर्व है, जिसके माध्यम से उत्तर प्रदेश और बिहार के 10 जिलों में लगभग 5 मिलियन से अधिक बच्चों तक पहुंचने का लक्ष्य है। यह पहल विशेष रूप से पाँच वर्ष से कम उम्र के कमजोर बच्चों के लिए एकीकृत दस्त प्रबंधन कार्यक्रम के माध्यम से समुदायों के स्वास्थ्य पर सार्थक प्रभाव डालने का प्रयास करेगी, जिसमें रोकथाम और उपचार दोनों उपायों को शामिल किया गया है, और ORS एवं जिंक कवरेज के विस्तार पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित किया गया है।"
दस्त से निपटने के प्रयासों पर टिप्पणी करते हुए, हितेश साहनी, डायरेक्टर, प्रोग्राम्स, PSI इंडिया ने कहा, "बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं, और उनका स्वास्थ्य सुनिश्चित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारत सरकार का राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM), राज्य सरकारों के साथ मिलकर दस्त की रोकथाम और प्रबंधन में लगातार प्रयासरत है। केनव्यू के सहयोग से, PSI इंडिया सरकार की ‘स्टॉप डायरिया/दस्तक अभियान’ जैसी पहलों को और मजबूती देने का प्रयास करेगा, साथ ही स्वच्छता, संतुलित पोषण, दस्त की शीघ्र पहचान और प्रभावी दस्त प्रबंधन के लिए ORS एवं जिंक के सही उपयोग को बढ़ावा देगा। यह पहल उत्तर प्रदेश के सात और बिहार के तीन जिलों में संचालित की जाएगी।"यह पहल सरकार के "स्टॉप डायरिया" अभियान के प्रयासों को पूरक करेगी, जिसका लक्ष्य भारत में दस्त के कारण शून्य शिशु मृत्यु दर प्राप्त करना है।यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के बदायूं, मथुरा, उन्नाव, मुरादाबाद, गोंडा, श्रावस्ती और फिरोजाबाद जिलों में लागू होगा |
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