कानपुर का पायलट हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद
10 महीने पहले हुई थी शादी, जज पत्नी एक दिन पहले मिलकर लौटी
कानपुर.एजेंसी ।गुजरात के पोरबंदर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में कानपुर के पायलट सुधीर यादव शहीद हो गए हैं। सुधीर 2015 में पायलट बने थे। नए साल पर 1 जनवरी को घर आए थे।10 महीने पहले उनकी शादी हुई थी। पत्नी आवृत्ति पटना में जज हैं। घरवालों ने बताया- आवृत्ति सुधीर के पास से शनिवार देर शाम पटना लौटी थीं। रविवार को मौत की खबर आ गई।सुधीर का घर कानपुर के श्याम नगर इलाके में हैं। रविवार देर शाम सेना के अधिकारी भी घर पहुंचे और परिवार वालों को सांत्वना दी। मंगलवार सुबह उनका पार्थिव शरीर कानपुर लाया जाएगा। यहां से कानपुर देहात ले जाया जाएगा। जहां पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
सुधीर भारतीय तटरक्षक बल के एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (ALH) में पायलट थे। पोरबंदर में रविवार दोपहर 12 बजे इंडियन कोस्टगार्ड का हेलिकॉप्टर हवाई अड्डे के रनवे पर लैंडिंग के दौरान क्रैश हो गया था। हादसे में सुधीर समेत 3 जवान शहीद हुए थे।
10 महीने पहले हुई थी शादी
सुधीर का परिवार मूल रूप से कानपुर देहात के शिवली के हरकिशनपुर का रहने वाला है। उनके पिता का नाम नवाब सिंह यादव है। सेना से रिटायर होने के बाद SBI में मैनेजर हैं। सुधीर 8 साल से कोस्टगार्ड पायलट थे। 7 मार्च, 2024 को उनकी शादी आवृत्ति से हुई थी।
सुधीर के बड़े भाई धर्मेंद्र ने बताया- रविवार दोपहर 2 बजे मेरे पास फोन आया। बताया गया कि हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। हादसे में सुधीर घायल हो गए हैं। फिर टीवी पर न्यूज और वीडियो देखा। इतना दर्दनाक और डरावना मंजर था। हम लोग गुजरात जाने की तैयारी करने लगे, तभी दोबारा फोन आया। वहां जानकारी दी गई है कि हादसे में सुधीर की मौत हो गई है।
कल पैतृक गांव में अंतिम संस्कार होगा
परिवार वालों के मुताबिक सुधीर यादव का शव मंगलवार सुबह 10 बजे लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचेगा। इसके बाद कानपुर स्थित श्यामनगर निवास पर लाया जाएगा। यहां से कानपुर देहात के मैंथा स्थित हरकिशनपुर गांव ले जाया जाएगा, जहां पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
कानपुर देहात के हरकिशनपुर ग्राम प्रधान अशर्फी ने बताया- सुधीर यादव और उनका परिवार इसी गांव में रहता था। अब घर खंडहर हो गया है। 18 साल पहले सभी कानपुर शहर चले गए। यहां बस खेत देखने के लिए सुधीर के माता-पिता आते हैं।
घटना से ठीक पहले भाई से की थी बात
सुधीर यादव ने घटना से ठीक 1 दिन पहले बड़े भाई धर्मेंद्र यादव से फोन पर बात की थी। धर्मेंद्र ने बताया- सुधीर अपनी पत्नी आवृत्ति नैथानी को एयरपोर्ट पर छोड़ने आया था। इस दौरान उसने मुझे फोन कर बताया कि पत्नी को प्लेन में बैठा दिया है। अब वह पटना जा रही हैं और इसके बाद उसने परिवार के सभी सदस्यों के हालचाल लिए। जल्द घर आने की बात कही थी। इतना कहते ही धर्मेंद्र की आंखों से आंसू छलक पड़े।
बड़े भाई धर्मेंद्र भी एयरफोर्स में
सुधीर यादव के बड़े भाई धर्मेंद्र यादव भी एयरफोर्स में सीनियर नॉन कंडीशनर डॉक्टर के पद पर तैनात हैं। दो दिन पहले ही वह गुवाहाटी से वापस छुट्टी पर आए हैं। धर्मेंद्र ने कहा- मुझे नहीं मालूम था कि कभी ऐसी भी हो जाएगी। घटना की जानकारी आवृत्ति के पास पहुंची, उसने तुरंत ही मुझे बताया। मैंने तुरंत ही वहां के लोगों से बात की। इसी बीच पता चला कि भाई की डेथ हो गई है।
मेडिकल रेस्क्यू सफल होने के बाद लौट रहा था प्लेन
भाई धर्मेंद्र ने बताया- सुधीर अपनी टीम के साथ मेडिकल रेस्क्यू करने के लिए गया था। प्लेन रेस्क्यू को सफल करने के बाद लौटा था, तभी पोरबंदर हवाई अड्डे पर अचानक हेलिकॉप्टर में ब्लास्ट हुआ और आग लग गई। इसके बाद किसी को भी उससे बाहर निकलने का मौका नहीं मिल पाया।
डिफेंस मिनिस्टर ने बैठाई जांच
सुधीर यादव के बड़े भाई धर्मेंद्र ने बताया- मामले में डिफेंस मिनिस्टर ने संज्ञान लिया है। उन्होंने तत्काल ही इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
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