भारत और तंजानिया ने कौशल विकास पहल के माध्यम से युवाओं के सशक्तिकरण के लिए हाथ मिलाया


मेरठ : ग्लोबल साउथ के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए, भारत और तंजानिया ने दोनों देशों के युवाओं के सशक्तिकरण और कौशल के लिए हाथ मिलाया है। यह बात कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने पर्मानेन्ट सेक्रेटरी मिस कैरोलिन नोम्बो के नेतृत्व में आए तंजानियाई प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कही।

स्किलिंग ईकोसिस्टम को सुसज्जित करने और सर्वाेत्तम प्रथाओं को साझा करने में सहयोग के लिए समर्थन का आश्वासन देते हुए, श्री तिवारी ने तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन को 2023 में एक शीर्ष भारतीय विश्वविद्यालय से मानद डॉक्टरेट की उपाधि मिलने पर कहा “तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन की मानद डॉक्टरेट प्राप्त करने वाली पहली महिला के रूप में ऐतिहासिक उपलब्धि पर विचार करना वास्तव में प्रेरणादायक था।”

कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय ने दोनों देशों में युवाओं और उद्योगों के कल्याण के लिए स्किलिंग ईकोसिस्टम के बारे में सर्वाेत्तम प्रथाओं को पारस्परिक रूप से साझा करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी स्थित कौशल भवन में मिनिस्ट्री ऑफ़ एजुकेशन, साइंस एंड टेक्नोलॉजी के पर्मानेन्ट सेक्रेटरी प्रोफेसर नोम्बो के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय तंजानियाई प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी की।

श्री तिवारी ने कहा कृषि, मैन्युफैक्चरिंग और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में सहयोग की अपार संभावनाओं के साथ, हमें विश्वास है कि प्रतिनिधिमंडल का एनसीवीईटी, डीजीटी और केरल का दौरा भारत के स्किलिंग ईकोसिस्टम के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करेगा। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ग्लोबल साउथ के दृष्टिकोण से प्रेरित होकर, हम अपने युवाओं के लिए एक ऐसे भविष्य के निर्माण में तंजानिया को सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

2023 में ज़ंज़ीबार में आईआईटी मद्रास के पहले ग्लोबल कैम्पस की स्थापना, जो एआई और ओशिएन स्ट्रक्चर्स में एडवांस्ड प्रोग्राम प्रदान करेगा, मजबूत टीवीईटी सिस्टम्स के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता का उदाहरण है।

इसके अलावा, तंजानियाई प्रतिनिधिमंडल भारत के प्रमुख प्रशिक्षण एवं कौशल संस्थानों जैसे कि राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान (एनएसटीआई), नोएडा और पूसा रोड स्थित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का भी दौरा करेगा, ताकि भारत के टीवीईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर की कार्यप्रणाली के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी प्राप्त की जा सके।

भारत का टीवीईटी ईकोसिस्टम वैश्विक मानकों के साथ ट्रेनिंग फ्रेमवर्क को एक साथ लाते हुए वर्कफोर्स बनाने में सहायक रहा है। स्किलिंग प्रोग्राम ग्रीन एनर्जी, डिजिटल टेक्नोलॉजी और सस्टेनेबल सॉल्यूशन जैसे उभरते क्षेत्रों के साथ-साथ कंस्ट्रक्शन, मैन्युफैक्चरिंग, और हेल्थकेयर जैसे पारंपरिक क्षेत्रों की भी आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।

तंजानिया के छात्रों के लिए उच्च शिक्षा के लिए भारत पसंदीदा देशों में से एक है। कई तंजानियाई छात्र भारत सरकार की फेलोशिप के तहत सेल्फ-फाइनेन्सिंग योजनाओं, आईसीसीआर और इंडियन टेक्निकल इकोनोमिक कॉपरेशन (आईटीईसी) प्रोग्राम स्कॉलरशिप के तहत भारत में अध्ययन कर रहे हैं।

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