860 और व्यापारी आए  आवास विकास के  निशाने पर 

 विभाग तैयार की जा रही सूची से व्यापारियों में मचा  हड़कंप

 मेरठ। सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए ध्वस्तीकरण आदेश के बाद सेंट्रल मार्केट स्थित भू-खंड संख्या 661/6 के व्यापारियों में जहां हड़कंप की स्थिति है।   860 व्यापारियों के नाम की लिस्ट तैयार होने की सुगबुगाहट से खलबली मची हुई है।

 सूत्रों की मानें तों आवास  विकास अब उन 860 और लोगों की सूची तैयार करने में लगा हुआ है जिन्होंने रेजिडेंशियल को कमर्शियल में बदल दिया। इनमें कई छोटे व्यापारी भी शामिल है। उधर कई व्यापारी सबसे पहले ध्वस्त होने वाले कॉम्प्लेक्स को बचाने के लिए राजनीतिक कनेक्शन भी तलाश रहे हैं। इनका मानना है कि यदि यह कंपलेक्स ध्वस्त हो गया तो बाकी की लगभग डेढ़ हजार संपत्तियों पर तलवार लटकना लाजमी है। पूरा मामला पिछले कई सालों से लटका हुआ था। इस मामले में  आवास विकास के चार अधिकारियों पर क्रिमिनल एक्ट के तहत कार्यवाही भी संभावित है। सेंट्रल मार्केट में अब जो सुगबुगाहटें हैं उनके अनुसार आवास विकास के कुछ अधिकारी, कुछ भू-माफिया और कुछ व्यापारियों की तिकड़ी ने मिलकर सारा का सारा खेल बिगड़ा। मार्केट से जुड़े कुछ व्यापारियों का मानना है कि यदि सुप्रीम आदेश का इंप्लीमेंट हुआ तो 20 हज़ार लोग सीधे-सीधे प्रभावित होंगे। फिलहाल पूरा फोकस 661/ 6 को लेकर है। इस परिसर के व्यापारियों को नोटिस दिए जा चुके हैं और 3 महीने का समय भी। सुप्रीम आदेश के तहत यदि यहां कार्यवाही हुई तो बाकी के  1467 प्लॉट्स फिर सीधे ध्वस्तीकरण के निशाने पर होंगे। उधर विभाग कई और व्यापारियों को नोटिस देने की तैयारी कर रहा है। उधर जैसे-जैसे 3 महीने के दिए गए समय के दिन गुजर रहे हैं वैसे-वैसे ही संबंधित व्यापारियों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ उभर रही हैं।फिलहाल अभी तक व्यापारियों को कई से कोई राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है। 

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