अब तारीख पर तारीख के दिन लदे: पीएम मोदी
आतंकवाद-भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई होगी मजबूत
चंडीगढ़ (एजेंसी)।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मंगलवार को चंडीगढ़ के पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में पहुंचे। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी उनके साथ रहे। यहां उन्होंने चंडीगढ़ में हाल ही में लागू किए गए 3 नए क्रिमिनल कानूनों भारतीय दंड संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की समीक्षा की।
पीएम मोदी ने कहा कि 2020 में 3 कानूनों के संबंध में नोटिफिकेशन जारी हुआ था। इसके बाद कई जगह से सुझाव लिए गए। इसमें हाईकोर्ट के जजों और लोगों से संवाद किया। आजादी के 7 दशकों में न्याय व्यवस्था के सामने जो चैलेंज आए, उन पर मंथन किया।
देश को 1947 में आजादी मिली। कई लोगों के बलिदान के बाद जब आजादी की सुबह आई तो कैसे-कैसे सपने थे, लोगों में कितना उत्साह थे। पीएम ने कहा कि अंग्रेजों के खिलाफ हमारे देश में 1857 में विद्रोह शुरू हुआ था। उसके बाद 1860 में अंग्रेजों ने आईपीसी बनाई। इन कानूनों का मकसद था कि भारतीय को दंड दिया जाए, उन्हें गुलाम किया जाए। वहीं, देश की आजादी के दशकों के बाद उसी दंड संहिता के इर्द-गिर्द घूमते रहे। हालांकि इन कानूनों में थोड़ा-बहुत बदलाव जरूर हुआ, लेकिन इनका चरित्र वही बना रहा।
आजाद देश में गुलामों के लिए बने कानूनों को क्यों ढोया जाए। न हमने यह बात उनसे पूछी न ही शासन कर रहे लोगों ने समझी। इन्होंने भारत की विकास यात्रा को प्रभावित किया। वहीं, अब देश उस गुलामी से बाहरी निकले। इसके लिए राष्ट्रीय चिंतन आवश्वयक था। इसलिए 15 अगस्त को मैंने लाल किले से यह चीज लोग सामने रखी थी।
पीएम ने कहा कि गरीब व कमजोर लोग कानून के नाम से डरते थे। पहले वह लोग कोर्ट-कचहरी में कदम रखने से डरते थे, लेकिन अब भारतीय न्याय संहिता लोगों की इस मानसिकता को बदलने का काम करेगी। यही सच्चा सामाजिक न्याय है। जिसका भरोसा हमारे संविधान में दिलाया है। यह कानून नागरिकों के अधिकारों के प्रोटेक्टर बन रहे हैं। पहले एफआईआर दर्ज करवाना मुश्किल होता है। अब जीरो एफआईआर को कानूनी रूप दिया गया गया है।
अब आरोपियों को बिना सजा से लंबे समय तक जेल में नहीं रखा जा सकता है। इसके अलावा नए कानूनों में कई नई चीजों को शामिल किया है। इसमें हर चीज टाइम बाउंड की गई है। नए कानूनों को लेकर जो जानकारियां आ रही हैं। वह उत्साह देने वाले है।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई भी इससे मजबूत होगी। देश का कानून नागरिकों के लिए होता है। पुरानी व्यवस्था का स्वरूप बदल गया था। नए कानून से देश की प्रगति मिलेगी। कानूनी अड़चनों से भ्रष्टाचार को लगाम लगाने में जो दिक्कत आती थी, वह दूर होगी। पहले विदेशी निवेशक इसलिए भारत नहीं आते थे कि कई कोई मुकदमा दर्ज हुआ तो सालों निकल जाएंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि चंडीगढ़ में आने से लगता है कि अपनों के बीच आ गया हूं। चंडीगढ़ की पहचान शक्ति स्वरूपा मां चंडी से जुड़ी है, यानी शक्ति का वह स्वरूप, जिससे सत्य व न्याय की स्थापना होती है। यही चीज तीनों कानूनों के प्रारूपों का आधार है।
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