उत्तर प्रदेश में 20% बढ़े सड़क हादसे
नवंबर में मौतें 22% तो घायल 33% बढ़े, सबसे ज्यादा हादसे खीरी, श्रावस्ती और मुजफ्फरनगर में
अलीगढ़।यूपी का परिवहन विभाग लगातार सड़क हादसों को कम करने का दावा कर रहा है और मास्टर प्लान बनाए जा रहे हैं। लेकिन वास्तविकता इसके बिल्कुल विपरीत है। यूपी में सड़क हादसों की बात की जाए तो प्रदेश में सिर्फ नवंबर 2024 में 20% तक सड़क हादसे बढ़ गए हैं।
परिवहन आयुक्त की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार जहां एक ओर 20% हादसे बढ़े हैं, वहीं मरने वालों की संख्या में भी 22% तक बढ़ गई है। वहीं दूसरी ओर सड़क हादसे में घायल होने वालों की संख्या में भी 33% तक का इजाफा हुआ है। जिसके बाद एक्शन प्लान को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
लगातार निगरानी के बाद भी बढ़ी संख्या
सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या में कमी लाने के लिए लगातार निगरानी हो रही है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद एक कमेटी रोड ऑन सेफ्टी, मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में राज्य सड़क सुरक्षा परिषद और मुख्य सचिव की अध्यक्षता में उच्चाधिकार कमेटी समय-समय पर इसकी समीक्षा कर रही है।
इतनी निगरानी के बाद भी यह हालत है कि दुर्घटनाओं कमी के बजाय लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। हाल ही में जारी हुए आंकड़ों की ओर देखे तो नवंबर 2023 और नवंबर 2024 के तुलनात्मक आंकड़े जारी किए गए हैं।जिसमें सड़क हादसों में 20 फीसदी, मृतकों की संख्या में 22 फीसदी और घायलों की संख्या में 33 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई है।
जनवरी से नवंबर तक हुए 41531 हादसे
पूरे यूपी की बात करें तो प्रदेश में जनवरी 2024 से लेकर नवंबर 2024 तक कुल 41531 सड़क हादसे हुए हैं। इसमें 21796 लोगों ने सड़क हादसे में अपनी जान गंवाई है, वहीं 31307 लोग इन सड़क हादसों में घायल हुए हैं।वहीं नवंबर 2023 में 3859 सड़क हादसों में 2063 लोगों की जान गई, जबकि 2658 लोग घायल हुए थे। जबकि इस साल वर्ष 2024 में सिर्फ नवंबर में 4594 सड़क हादसे हुए हैं। इसमें 2506 लोगों की मौत हुई है और 3529 लोग घायल हुए हैं। इसकी रिपोर्ट जारी की गई है।
हादसों में खीरी, श्रावस्ती, मुजफ्फरनगर सबसे आगे
परिवहन आयुक्त की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के 55 जिलों में सड़क हादसों की संख्या और मृतकों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसमें सबसे अधिक हादसे खीरी, महोबा, मुजफ्फरनगर, श्रावस्ती में हुए हैं।खीरी में सड़क हादसों की संख्या 107 फीसदी, मृतकों की संख्या 200 फीसदी बढ़ गई है। महोवा में 160 फीसदी हादसे, 154 फीसदी मृतकों की संख्या बढ़ी है। श्रावस्ती में 166 फीसदी, रायबरेली में 111 और फतेहगढ़ में 115 फीसदी, मुजफ्फरनगर में सडक हादसों में 100 फीसदी संख्या बढ़ी है।
आरटीओ प्रशासन दीपक कुमार शाह ने बताया कि परिवहन आयुक्त की ओर से नवंबर माह में घटित सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े जारी किए गए हैं। जिसमें 20 जनपदों को छोड़ सभी जनपदों में हादसों और मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अलीगढ़ में भी सड़क हादसों और मृतकों की संख्या बढ़ी है। हादसों को कम करने के लिए नए एक्शन प्लान तैयार किए जाएंगे।
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