बाबा साहब के विचारों को आत्मसात करने से देश बनेगा सशक्त - डॉ.अतुल कृष्ण

संविधान दिवस पर डॉ.अतुल ने किया नई बस्ती लल्लापुरा में डॉ.भीमराव अम्बेडकर पुस्तकालय का उद्घाटन

 संघमाता डॉ.मुक्ति ग्लोबल बुद्धिस्ट फाउंडेशन द्वारा अनाथ बच्चों को लिया गया गोद

मेरठ। भारतीय बौद्ध शिक्षा संस्थान द्वारा संविधान दिवस समारोह का आयोजन नई बस्ती लल्लापुरा मेरठ में किया गया। संघमाता डॉ.मुक्ति ग्लोबल बुद्धिस्ट फाउंडेशन द्वारा अनाथ बच्चे रोहन बौद्ध व हर्ष बौद्ध को गोद लिया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सुभारती समूह के संस्थापक डॉ.अतुल कृष्ण ने बाबा साहब डॉ.भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। उन्होंने डॉ.भीमराव अम्बेडकर पुस्तकालय का भी उद्घाटन किया। 

 इससे पूर्व नई बस्ती लल्लापुरा पहुंचने पर सुभारती समूह के संस्थापक डॉ.अतुल कृष्ण का क्षेत्रवासियों ने फूल मालाएं पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया।संघमाता डॉ.मुक्ति ग्लोबल बुद्धिस्ट फाउन्डेशन ने प्रमोद बौद्ध के परिनिर्वाण के उपरान्त उनके दोनों बेटे रोहन बौद्ध व हर्ष बौद्ध को गोद लिया। बौद्ध भिक्षुओं द्वारा मंत्रोच्चारण के बाद सुभारती समूह के संस्थापक डॉ. अतुल कृष्ण ने दोनों बच्चों को विधिवत गोद लेकर उनके पालन, पोषण एवं शिक्षण का दायित्व लिया।

डॉ अतुल कृष्ण ने सभी को संविधान दिवस की मंगलकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आज का दिन बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के बताए रास्तों पर चलकर उनकी विचारधारा को विश्व में पल्लवित करने का संकल्प लेने का दिन है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने भारत के संविधान में ऐसी व्यवस्था की, के हर वर्ग के लोगो को बराबरी के दर्जे के साथ उनको न्याय मिल सकें। भारत विश्व में अपने सर्वसुलभ संविधान से पहचाना जाएं। उन्होंने कहा कि संविधान के अनुपालन से ही देश व समाज को समानता के पथ पर लाया जा सकता है और विश्व में प्रेम, करुणा, मैत्री, समानता, सद्भावना लाने के लिये तथागत गौतम बुद्ध एवं बाबा साहब के विचारों को आत्मसात करना होगा। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता शिक्षा प्राप्त करने से मिलती है और बाबा साहब ने हमेशा शिक्षा प्राप्त करने को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब को सच्चे मन से श्रद्धांजलि तभी होगी जब हमारे देश में जातिविहीन समाज का निर्माण होगा और इसके लिये सभी देशवासियों को एकता के साथ सशक्त राष्ट्र बनाने हेतु अपना योगदान देना होगा। उन्होंने भारतीय बौद्ध शिक्षा संस्थान द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे उत्कृष्ट कार्यो की सराहना की।

विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी शिब्बनलाल स्नेही ने कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने भारतीय संविधान की रचना करके मानव मूल्यों को देश में स्थापित करने का गौरवशाली कार्य किया है। उन्होंने कहा कि अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता तभी प्राप्त हो सकती है, जब हम भारत को सशक्त बनाने के उद्देश्य से संविधान के मार्ग पर चलेंगे।

विशिष्ट अतिथि राजकुमार सागर ने कहा कि संविधान दिवस भारतीय संविधान की महत्ता और भारतीय नागरिकों के अधिकारों और उनके कर्तव्यों के प्रति उन्हें जागरूक करने का सर्वश्रेष्ठ दिन है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने हर वर्ग के उत्थान हेतु संविधान में सभी को बराबर अधिकार दिए है।

 इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी शिब्बनलाल स्नेही, भारतीय बौद्ध शिक्षा संस्थान के अध्यक्ष इं.धमेन्द्र प्रकाश, पूर्व अध्यक्ष बाबूलाल, मुरारी लाल कैन, बेगराज सिंह, श्रीपाल, जीतसिंह हितैषी, धर्मपाल जनवादी, बीर सिंह, अशोक टकसालिया सहित आयोजन समिति के सदस्य तथा आस पास के क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

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