डॉ. बलबीर सिंह को मिली सर्वाइकल कैंसर मरीजों पर शोध करने के लिए पीएचडी की उपाधि

झांसी।बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी के 29 वें दीक्षांत समारोह में शोध छात्र एवं बायोमेडिकल साइंस संस्थान में कार्यरत सहायक आचार्य बलबीर सिंह को सर्वाइकल कैंसर पर शोध कार्य करने के लिए विद्या वाचस्पति (पीएचडी) की उपाधि प्रदान की गई। समारोह में माननीय राज्यपाल महोदय आनंदीबेन पटेल, राज्य मंत्री  रजनी तिवारी, शिक्षा मंत्री  योगेंद्र उपाध्याय, माननीय कुलपति एवं वैज्ञानिक सतीश रेड्डी उपस्थित थे। 

उक्त शोध कार्य के शोध सहनिर्देश, प्रोफेसर द्विजेंद्रनाथ प्राचार्य मेडिकल कॉलेज ललितपुर, ने बताया कि वर्तमान में कैंसर के मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। भारतीय  महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर, स्तन कैंसर के बाद सबसे ज्यादा पाया जाने वाला घातक कैंसर है।

 पिछले कई वर्षों में भारत में ही नहीं अपितु पूरे विश्व में सर्वाइकल कैंसर मरीजों की संख्या में बहुत ज्यादा इजाफा हुआ है। अतः इस समस्या पर शोध हेतु उक्त विषय का चुनाव किया गया। जिसको बलबीर सिंह ने पूरी लगन, निष्ठा एवं सफलता पूर्वक पूर्ण किया। 

डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि उनके शोध में मेडिकल कॉलेज में आने वाले सर्वाइकल कैंसर मरीजों की रक्त एवं बायोप्सी जांच पर शोध कार्य केंद्रित किया गया है। शोध में प्राप्त तथ्यों के आधार पर समय-समय पर स्क्रीनिंग जांच, वैक्सीनेशन, कैंसर जागरूकता व रोकथाम कार्यक्रमों का अत्यंत महत्व है। अतः भारत में विशेष कर बुंदेलखंड क्षेत्र में, उक्त निष्कर्षों के आधार पर सर्वाइकल कैंसर रोकथाम व इलाज में, स्क्रीनिंग एवं  HPV वैक्सीनेशन से  मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने एवं समय से पूर्व कैंसर जांच करने में अत्यधिक सहायक सिद्ध होंगे। 

उक्त शोधकार्य मैं सहयोग हेतु डॉ. बलबीर सिंह ने  मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर नरेंद्र सिंह सेंगर, प्रोफेसर मयंक सिंह, प्रोफेसर रेनू सहाय, प्रोफेसर हेमा शोभने, प्रोफेसर रजनी गौतम  का  ह्रदय से विशेष आभार व्यक्त किया है।

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