काशीराम दलित समाज के अग्रदूत थे - राजेंद्र अग्रवाल 

 वि वि के कांशी राम शोध पीठ में विचार गोष्ठी आयोजित 

मेरठ।चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय  के तत्वाधान में संचालित मान्यवर काशी शोध पीठ में काशीराम के परी निर्वाण दिवस के अवसर पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया। जिसका शीर्षक मान्यवर काशीराम, सामाजिक विकास एवं विकसित भारत था ।इस अवसर पर एक वाद विवाद प्रतियोगिता भी आयोजित की गई जिसका शीर्षक “युवाओं में बढ़ती अवसाद का कारण सोशल मीडिया है” था ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता मेरठ  हापुड़ लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद राजेंद्र अग्रवाल  ने की ।इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के अनुसूचित जाति / जनजाति आयोग के सदस्य  हरेन्द्र जाटव रहे। विशेष अतिथि के रूप में सहायक आयुक्त छविन्द्र सैनी  के के जैन पीजी कॉलेज खतौली के डॉक्टर राजीव कौशिक, रघुनाथ गर्ल्स महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर निवेदिता मलिक एवं प्रमुख समाजसेवी  सेंसर पाल थे। कार्यक्रम का संचालन काशीराम शोध पीठ के निदेशक प्रोफेसर दिनेश कुमार के द्वारा किया गया ।

इस अवसर पर बोलते हुए राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि काशीराम समाज के अग्रदूत थे उन्होंने समाज की दिशा और दशा दोनों को परिवर्तन करने हेतु सफल प्रयोग किया उन्होंने कहा कि यदि हम काशीराम के व्यक्तित्व को समझना चाहते हैं तो समाज को बराबरी की दृष्टि से देखा जाना आवश्यक है उन्होंने डॉक्टर बी आर अंबेडकर के सपनों को साकार करने हेतु काशीराम के योगदान की विस्तृत चर्चा की ।अनुसूचित जाति / जनजाति आयोग के सदस्य  हरेंद्र जाटव ने काशीराम को वैश्विक कद का नेता बताया।उन्होंने कहा की समाज में जाति व्यवस्था सामाजिक विकास में बाधक है और यदि हम विकसित भारत की परिकल्पना करते हैं तो समाज से जातिवाद और भेदभाव को समाप्त किया जाना आवश्यक है l  छविंद सैनी में काशीराम के जीवन परिचय को स्पष्ट करते हुए काशीराम  की राजनीतिक और सामाजिक यात्रा पर विस्तृत चर्चा की l डॉ राजीव कौशिक ने वैज्ञानिक प्रयोग तथा सामाजिक प्रयोग को स्पष्ट करते हुए यह समझाया कि मान्यवर काशीराम  का सामाजिक प्रयोग कितना सफल रहा कि हम आज भी उन्हें याद कर रहे हैं l प्रोफेसर निवेदिता कुमारी ने अपने वक्तव्य में काशीराम जी के राजनीतिक जीवन के विभिन्न आयामों पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि काशीराम  एक प्रजातांत्रिक नेता एवं सामाजिक विद्वान थे उन्होंने काशीराम के सामाजिक जीवन के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार रखें l इस अवसर पर वाद विवाद प्रतियोगिता में विभिन्न महाविद्यालय से 17 टीमों ने हिस्सा लिया जिसमें प्रत्येक टीम में दो सदस्य थे सभी प्रतिभागियों के विचार सुनकर सभी आश्चर्य चकित थे l  

वाद विवाद प्रतियोगिता में विद्या नॉलेज पार्क, ट्रांसलेट कॉलेज ऑफ़ लॉ, आईएमटी, एम् आई ई टी ,  इस्माइल  नेशनल पीजी कॉलेज मेरठ , एम एम् एच पी जी कॉलेज गाजियाबाद , सर छोटू आम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी मेरठ चौधरी , चरण सिंह विश्वविद्यालय के विभिन्न विभाग जिम इतिहास विभाग, मनोविज्ञान विभाग , अंग्रेजी विभाग, आईबीएस डिपार्टमेंट सम्मिलित हैं के विभिन्न प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़कर प्रतिभागिता की l प्रतियोगिता में कल 17 टीमों ने हिस्सा लिया l वाद विवाद प्रतियोगिता टीम रूप में प्रथम पुरस्कार शिवानी धामा एवं कुश गिरी गोस्वामी , द्वितीय पुरस्कार रिया चौधरी और सानिया बालियान को प्रदान किए गए ।तृतीय पुरुस्कार भावना पाल एवं रिया चौहान एवं सांत्वना पुरस्कार रुकैया तथा विश्वाणी शर्मा को दिया गया । जबकि व्यक्तिगत रूप में सोफी को प्रथम रजत कोहली को द्वितीय तथा संदीप मिश्रा को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ ।

इस अवसर पर संगठक राजकीय महाविद्यालय हसनपुर अमरोहा से आए डॉ अनिल कुमार , विधि विभाग से डॉक्टर सुदेशना तथा विश्वविद्यालय के सर छोटू राम इंस्टिट्यूट से डॉक्टर दिव्या शर्मा ने निर्णायक मंडल के रूप में अपना योगदान दिया ।कार्यक्रम में डॉ चरण सिंह लिसाड़ी , डॉ मनोज जाटव , डॉ जसवीर सिंह , डॉ जितेंद्र गोयल , डॉ सी पी सिंह,  डॉ रवि प्रकाश , डॉ अनिल कुमार तथा अन्य विभिन्न गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे । इस अवसर पर विभाग से  देवेन्द्र ,  प्रशांत ,  अर्जुन एवं  राहुल का अमूल्य सहयोग प्राप्त हुआ।

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