नोएडा में प्रापर्टी डीलर की हत्या, फॉर्च्यूनर में जलाई लाश
- भांजे ने कहा- हत्यारे का हाथ जला, सीसीटीवी में आरोपी आया नजर
गौतम बुद्ध नगर।ग्रेटर नोएडा में बीती देर रात एक फॉर्च्यूनर कार जलकर राख हो गई। इसमें एक प्रॉपर्टी डीलर की जली हुई लाश बरामद हुई है। प्रॉपर्टी डीलर के घर वालों ने हत्या का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। यह दोनों प्रॉपर्टी डीलर के दोस्त बताए जा रहे हैं।
मामला दादरी थाना क्षेत्र के नगला नैनसुख का है। कार सड़क से करीब 100 मीटर अंदर झाड़ियों में मिली। पुलिस और स्थानीय लोगों ने काफी कोशिश की, लेकिन प्रॉपर्टी डीलर को बचाया नहीं जा सका। पुलिस और फोरेंसिक टीम की मानें तो यह हादसा नहीं है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक काले रंग की फॉर्च्यूनर कार जलते हुए मिली। इसका रजिस्ट्रेशन नंबर यूपी 14 जीसी 3609 है। बरामद शव की पहचान गाजियाबाद के नेहरू नगर निवासी संजय यादव के रूप में हुई। वह प्रॉपर्टी डीलर थे। आशंका है कि संजय की हत्या करने के बाद उनकी गाड़ी में आग लगा दी गई, ताकि यह हादसा लगे।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची। गाड़ी में लगी आग को बुझाया गया। इसके बाद प्रॉपर्टी डीलर को अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
कार को जलता देख सड़क से गुजर रहे कुछ लोग झाड़ियों की तरफ गए। तब कार के एक तरफ आग लगी हुई थी। लोगों के मुताबिक- ड्राइविंग सीट पर एक आदमी का सिर हैंडल और शीशे के बीच फंसा था। कार का गेट खोलकर उसे बाहर निकालने का प्रयास किया। लेकिन गेट लॉक थे। कार के पेट्रोल टैंक में आग लगी थी। महज 10 मिनट में पूरी कार धू-धू कर जलने लगी।
संजय यादव के भांजे हर्ष यादव ने बताया कि उसके मामा कंट्रक्शन का काम करते थे। मंगलवार को दिन के 3 बजे से गायब थे। दोपहर में 2.50 को बातचीत हुई थी। लेन-देन का काम था, तो पैसे लेने गोविंदपुरम गए थे। मेरे मामा का मर्डर तीन बजे के आसपास हो गया था। इसके बाद आरोपी छिपते हुए लाश लेकर भाग गए।
हर्ष ने कहा- 3 से 5 बजे तक मामा का फोन स्विच ऑफ था। फिर उनका फोन ऑन हुआ। लेकिन, कोई भी फोन नहीं उठा रहा था इसलिए हम लोगों को शक हुआ। हमने फोन ट्रेस करवाया, तो लोकेशन गोविंदपुरम मिली। सभी फैमिली वाले वहां पहुंचे। इसके बाद हम लोगों ने पुलिस की मदद ली। रात 10 बजे तक हम लोग मामा को ढूंढते रहे। रात 11 बजे हमारे पास दादरी से खबर आई कि वहां एक एक्सीडेंटल फॉर्च्यूनर गाड़ी मिली है। तब हमने वैरिफिकेशन के लिए गाड़ी का नंबर भेजा, तो पता चला कि गाड़ी वही है। लेकिन, तब हमें यह नहीं पता था कि गाड़ी जली है या नहीं। रास्ते में हमें पता चला कि गाड़ी पूरी जली हुई है।
जेवरात लूटे, ब्याज में दे रखे थे पैसे
संजय यादव के भांजे ने कहा कि मामा ने 5 लाख रुपए फाइनेंस में दे रखे थे। इसी का ब्याज लेने गए थे। वजह तो अभी तक कुछ पता नहीं चली है। मामा हाथ में सोने का कड़ा, तीन अंगूठी और गले में सोने की चेन पहने हुए थे। उनके पास पैसे थे या नहीं, ये नहीं पता। हत्या करने वालों ने उनकी ज्वेलरी लूट ली। पुलिस ने हम लोगों को बताया कि वो लोग उसे बेचने की तैयारी में भी थे। हत्या करने वाले तीन लोग थे। इनमें दो लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया है।
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