विवि में चल रहा रशियन भाषा का 15 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर संपन्न
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विवि में विद्यार्थियों के लिए रशियन भाषा के प्रशिक्षण का 15 दिवसीय कोर्स सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह कोर्स मीनिंग यूनिवर्सिटी, रूस के साथ हुए शैक्षणिक सहयोग के तहत 1 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक आयोजित किया गया। प्रोफेसर बीरपाल सिंह, निदेशक शोध, सीसीएसयू, प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार शर्मा, प्रोफेसर एस.के. दत्ता, प्रोफेसर दिनेश कुमार, और प्रोफेसर एस.एस. गौरव की देखरेख में इस प्रशिक्षण का संचालन रूस से आईं प्रोफेसर नादेज्जदा द्वारा किया गया। इस कोर्स में विवि के शोधार्थियों और विभिन्न संकायों के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
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प्रशिक्षण के अंतिम दिन माइक्रोबायोलॉजी विभाग में एक सर्टिफिकेट वितरण समारोह आयोजित किया गया, जिसमें सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार शर्मा, प्रोफेसर एस.के. गौरव सहित कई गणमान्य शिक्षक उपस्थित रहे। भौतिक विज्ञान विभाग से शोधार्थी पवन कुमार और गुलफाम, शिक्षा विभाग से कंचन सिसोदिया और प्रियंका जोशी सहित अन्य शोधार्थियों ने रशियन भाषा सीखने में गहरी रुचि दिखाई।
समारोह के दौरान विद्यार्थियों द्वारा रशियन भाषा में नाटकों की शानदार प्रस्तुति दी गई, जिससे उनके भाषाई कौशल और आत्मविश्वास का प्रदर्शन हुआ। सभी प्रतिभागियों ने प्रोफेसर नादेज्जदा का हार्दिक स्वागत किया और उनके मार्गदर्शन की सराहना की। विद्यार्थियों ने यह भी मांग की कि विश्वविद्यालय में इस तरह के सर्टिफिकेट कोर्स नियमित रूप से आयोजित किए जाएं, ताकि उनके सर्वांगीण विकास में मदद मिल सके।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति, प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा, "विद्यार्थियों का रशियन भाषा के प्रति उत्साह अत्यंत सराहनीय रहा। ऐसे सर्टिफिकेट कोर्सेज से न केवल विद्यार्थियों के भाषा कौशल में वृद्धि होती है, बल्कि यह उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संवाद और अवसरों के लिए भी तैयार करता है। हमारा प्रयास रहेगा कि इस तरह के वैश्विक सहयोगों को निरंतर प्रोत्साहित किया जाए, जिससे हमारे छात्र भविष्य की चुनौतियों के लिए बेहतर ढंग से तैयार हो सकें।"
विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के आई.पी.जी. विद्यार्थियों और शोधार्थियों ने रशियन भाषा सीखने के प्रति अत्यधिक उत्साह दिखाया और इस तरह के शैक्षणिक कार्यक्रमों को अपने करियर के लिए महत्वपूर्ण बताया।
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