शराब पार्टी के बहाने की गयी फास्ट फूट विक्रेता की हत्या
घर से बुलाकर दो युवकों ने किया मर्डर ,गिरफ्तार
मेरठ। गत 27 सितम्बर को कैंट में 510 आर्मी बेस वर्कशाप के अधजले मिले शव से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। शराब पार्टी के बहाने बुलाकर फास्ट फूड विक्रेता की हत्या की गयी थी।इस मामले में पुलिस दो युवकों को गिरफ्तार किया है। पकडे़ गये आरोपी मृतक का बाइक व मोबाइल भी लूट कर ले गये थे।
एसएसपी विपिन ताड़ा ने बताया आर्मी वर्कशॉप के पास अधजला शव फास्ट फूड दुकानदार सचिन प्रजापति का निकला है। सचिन प्रजापति की हत्या शराब पार्टी के बहाने बुलाकर की गई थी। हत्या को मन्नू आर्य निवासी कंकरखेड़ा फ्लाईओवर के नीचे और संजय निवासी न्यू अशोकपुरी कंकरखेड़ा और विजय निवासी बादाम मंडी कंकरखेड़ा ने अंजाम दिया था। मन्नू और संजय को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसएसपी के मुताबिक आरोपियों ने बताया कि उनका सचिन से पुराना विवाद था। इसके चलते उन्होंने सचिन को कंकरखेड़ा फ्लाईओवर के नीचे शराब पार्टी के लिए बुलाया। वहां पर चारों ने शराब और बीयर पी। सचिन के नशे में होने पर उसके सिर पर ईंट मार दी। सचिन की बाइक से पेट्रोल निकालकर पहचान छिपाने के लिए शव को जला दिया। शव की पहचान न हो इसके चलते मोबाइल और बाइक लूटकर ले गए। पेन कार्ड और एटीएम कार्ड को वहीं फेंक दिया।एसएसपी ने बताया कि आरोपी ने बाद में सचिन के मोबाइल से सेल्फी भी ली। मोबाइल बरामद कर लिया गया है, उसमें आरोपी की सेल्फी भी मिली है। मन्नू के ईंट मारते समय उसकी शर्ट खून में सन गई थी, उस शर्ट को भी बरामद कर लिया गया है।
कैंट इलाके में 510 आर्मी बेस वर्कशॉप के पास फ्लाईओवर के नीचे सड़क किनारे शुक्रवार सुबह लोगों ने एक अधजला शव देखा। शव को जलाया गया था। घटनास्थल पर खून पड़ा हुआ थ्हा। कुछ दूरी पर खून से सनी ईंट मिली। शराब की खाली बोतल और चार बीयर की केन मिली। 1 अदद पैन कार्ड, 2 डेबिट कार्ड और एक बाइक की चाबी मिली। पेन कार्ड के आधार पर मृतक की पहचान सचिन प्रजापति पुत्र सुखबीर सिह निवासी रोशनपुर डोरली मोदीपुरम के रूप में हुई ।सचिन ने कुछ वर्ष पूर्व नंगलाताशी में प्लॉट खरीदकर मकान बनाया था। वह वहां पर पत्नी मोनिका और पांच साल के बेटे दक्ष और 11 माह के बेटे के साथ रह रहा था। पिता सुखवीर और मां मुकेश देवी डौरली में किराए के मकान में रह रहे थे। सचिन का छोटा भाई आकाश दिल्ली में चिकित्सक है।
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह और सीओ कैंट के नेतृत्व में तीन टीमें खुलासे के लिए लगाई गईं। 48 घंटे के भीतर वारदात का खुलासा करने पर टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया जा रहा है। तीसरे फरार हत्यारोपी विजय की गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही है।
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