आईएमए में एक दिवसीय राष्ट्रीय वैज्ञानिक गोष्ठी का आयोजन
संगोष्ठी में देशभर के ख्याति प्राप्त चिकित्सकों ने की शिरकत
मेरठ। बच्चा पार्क स्थित आईएमए हाल में आईएमए मेरठ शाखा में राष्ट्रीय वैज्ञानिक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें उत्तर भारत के चिकित्सकों ने उपचार के लिए अपनाई जा रही नयी विधियों को चिकित्सकों से शेयर किया। मेरठ के इतिहास में इस प्रकार की पहली बार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी मेंं 11 सत्र चले पहले सत्र में सुभारती मेडिकल के चिकित्सक डा राहुल बंसल ने मांइड बॅाडी मेडिसन ओर बियोड़ साइटिंफिक एविडेस के बारे में विस्तृत जानकारी दी। यशोदा अस्पताल के डा कुणाल दास ने जीआई मैमोमिट्री के बारे में चिकित्सकों को जानकारी दी। डा वैभव सक्सेना ने उरोलॉजी केस में राेबोटिक सर्जरी के बारे में जानकारी दी। डा आयुष गोयल ने हार्ट फेल होने पर किस प्रकार की सर्जरी की जाए इसके बारे में जानकारी दी। फिबराईड मैपिंग में किस प्रकार से मैनेजमेंट किया जाएगा इसके बारे में बताया। एस्कोर्ट हार्ट अस्पताल के चिकित्सक डा. शिव चौधरी ने आरोटिक के मैनेजमैंट के कारे मे नयी तकनी की जानकारी दी। सुभारती के चिकित्सक डा प्रदीप भारती ने अपने विचार रखते हुए नयी तकनी की जानकारी दी।
आईएमए यूपी के अध्यक्ष डा एमएम पालीवॉल ने बताया कि कि उनकी प्रदेश के मुख्य मंत्री से बात हुई । सीएम से हर साल होने वाले चिकित्सक के पंजीकरण की सीमा पांच साल बढ़ाने की मांग की है। इसके साथ इसके सरलीकरण की मांग की है। उन्होेंने बताया में मुख्यमंत्री से मेडिकल प्रोक्टेशन एक्ट को लागू करने की मांग की। उन्होंने बंगाल वाली घटना के बाद अब हर जिले में टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। यह टास्क फोर्स कमांडों की तरह होगी। मेदांता अस्पताल के डा विनय गोयल ने सिंगल सिजीरों को कैसे अप्रोच करे इसके बारे में जानकारी दी। डा अंकुर नदंन ने कैसर का उपचार बिना किसी कीमोथैरपी कैसे किया जा सकता है। इसके बारे में बताया । डा .संजय मित्तल ने बताया कि काडियोटिक अटैक पर क्या करना चाहिए जिससे मरीज की जान बस सके। डा. दीपक गाेविल ने बताया कि एंटीमाइक्रोबाइल के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस मौके पर आईएमए मेरठ शाखा के अध्यक्ष डा. संदीप जैन,डा. तरुण गोयल, डा शिशिर जैन, डा मोनिका तोमर, डा शांति स्वरूप आदि मौजूद रहे।
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