वज्रपात से बचने के करेें ये काम -----

डीएम ने वज्रपात से बचाव हेतु दामिनी, सचेत व आपदा प्रहरी ऐप डाउनलोड करने हेतु जारी किया लिंक

मेरठ ।वज्रपात से बचने के लिए क्या करें क्या न करें इसके लिए डीएम ने दामिनी,सचेत व आपदा प्रहरी ऐप डाउनलोड करने के लिए लिंक जारी कर दिशा निर्देश जारी किए है। 

जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि  राहत आयुक्त  के पत्र व विशेष कार्याधिकारी, राहत आयुक्त कार्यालय उ0प्र0 के पत्र के माध्यम से वज्रपात से होने वाली जनहानि को न्यूनतम किये जाने हेतु मौसम विभाग एवं दामिनी ऐप से प्राप्त पूर्व चेतावनी को जनमानस तक पहुंचाने हेतु वज्रपात पूर्व चेतावनी तंत्र विकसित किये जाने एवं वज्रपात पूर्व चेतावनी तंत्र मानक संचालन प्रक्रिया का व्यापक अनुपालन कराने एवं इसके अतिरिक्त अन्य महत्वूपर्ण बिन्दुओ पर कार्यवाही करने हेतु निर्देश प्रदान किये गये है। उन्होने बताया कि दामिनी ऐप एवं आपदा प्रहरी ऐप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जाता सकता है। 

 ऐसे करें डाउनलोड

दामिनी ऐप- https://play.google.com/store/apps/details?id=com.lightening.live.damini

सचेतऐप-https://play.google.com/store/apps/details?id=com.cdotindia.capsachet&pcampaignid=web_share 

आपदा प्रहरी ऐप- https://play.google.com/store/apps/details?id=nic.up.disaster

वज्रपात के दौरान क्या करें क्या न करें- यदि आप खुले में हो तो शीघ्रातिशीघ्र किसी पक्के मकान में शरण लें। सफर के दौरान अपने वाहन में ही बने रहे। खिड़कियां, दरवाजे, बरामदें एवं छत से दूर रहें। ऐसी वस्तुए, जो बिजली की सुचालक है, उनसें दूर रहे। बिजली के उपकरणों या तार के साथ संपर्क से बचे व बिजली के उपकरणों को बिजली के संपर्क से हटा दें। तालाब और जलाशयों से भी दूरी बनाये रखें। समूह में न खड़े हों, बल्कि अलग-अलग खड़े रहे। यदि आप जंगल में हो तो बौने एवं घने पेड़ों के शरण में चले जायें। बाहर रहने पर धातु से बनी वस्तुओं का उपयोग न करें। बाइक, बिजली या टेलीफोन का खंभा, तार की बाड़ मशीन आदि से दूर रहे। धातु से बने कृषि यन्त्र-डंडा आदि से अपने को दूर कर दें। आसमानी बिजली के झटके से घायल होने पर पीडित व्यक्ति को तत्काल नजदीकी प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र ले जाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। स्थानीय रेडियो अन्य संचार साधनों में मौसम की जानकारी प्राप्त करते रहे। यदि आप खेत खलिहान में काम कर रहे हों और किसी सुरक्षित स्थान की शरण न ले पायें हो तो जहा है वहीं रहें, हो सके तो पैरों के नीचे सूखी चीजे जैसे लकड़ी, प्लास्टिक, बोरा या सूखे पत्ते रख लें। दोने पैरो को आपस में सटा ले एवं दोनों हाथों में कानो को बंद कर अपने सिर को जमीन की तरफ यथा संभव झुका लें तथा सिर को जमीन से न सटाए। जमीन पर कदापि न लेटें।

ऊंचे इमारत वाले क्षेत्रों में शरण नहीं ले। साथ ही बिजली एवं टेलीफोन के खंभों के नीचे कदापि शरण नहीं लें, क्योंकि ऊंचे वृक्ष, ऊंची इमारते एवं टेलीफोन/बिजली के खंभे आसमानी बिजली को अपनी और आकर्षित करते हैं। पैदल जा रहे हो तो धातु की डंडी वाले छातों का उपयोग न करें। यदि घर में हों तो पानी का नल, फ्रिज, टेलीफोन आदि को न छुएं। वज्रपात के मामले में मृत्यु का तात्कालिक कारण हृदयाघात है। अगर जरूरी हो तो संजीवन किया, प्राथमिक चिकित्सा प्रारम्भ कर दें। संजीवन क्रिया, प्राथमिक चिकित्सा देने से पूर्व यह सुनिश्चित कर लें कि प्रभावित व्यक्ति के शरीर से विद्युत का प्रभाव न हो रहा हो। यह सुनिश्चित कर लें कि पीड़ित की नाड़ी एवं श्वांस चल रही हो।

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