रैपिड के चलते  एक माह तक झेलनी होगी दिक्कत 

 वायाडक्ट निर्माण के चलते मोदीपुरम में रहेगा रूट डायवर्जन 

 मेरठ। दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर वायाडक्ट निर्माण अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। इस कॉरिडोर के मेरठ में आखिरी आरआरटीएस स्टेशन 'मोदीपुरम' से पहले वायाडक्ट निर्माण कार्य किया जा रहा है। मेरठ नॉर्थ स्टेशन से मोदीपुरम को जोड़ने वाले वायाडक्ट पर बीच में कुछ स्पैन बाकी हैं। इसी के चलते नेशनल हाईवे-58 पर मोदीपुरम बाईपास, मिलांज मॉल कट से एसडीएस ग्लोबल कट पर केवल 100-150 मीटर के बीच अगले एक महीने तक रूट डायवर्ट रहेगा। इस दौरान हाईवे से गुजरने वाले वाहन चालकों को सिर्फ 100 मीटर के डायवर्जन में आने-जाने के लिए एक ही सड़क इस्तेमाल करने को मिलेगी। 

डायवर्जन के दौरान रैपिड रेल के एलिवेटेड ट्रैक के लिए तारिणी (लॉन्चिंग गैंट्री) की मदद से सेगमेंट लिफ्टिंग का काम समेत अन्य सिविल कार्य किए जाएंगे। अब अगले एक महीने तक रूट डायवर्जन की व्यवस्था रहेगी। एनसीआरटीसी ने उम्मीद जताई है कि महीने भर से भी कम में सिविल कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे और डायवर्जन हटा दिया जाएगा।  ट्रैफिक पुलिस की ओर से भी इस पर सहमति दे दी गई है। एनसीआरटीसी के अनुसार 

मोदीपुरम आरआरटीएस स्टेशन के पास तारिणी (लॉन्चिंग गैंट्री) कार्य कर रही है। तारिणी को पिलर के ऊपर स्थापित किया जाना है जहां से यह गिर्डर के अलग-अलग सेगमेंट्स को उठाकर आपस में जोड़ेगी। ये सेगमेंट लगभग 50-60 टन भारी होते हैं। यह तारिणी वायाडक्ट के निर्माण के साथ-साथ आगे बढ़ती जाएगी। इस दौरान सड़क से गुजरने वाले लोगों व वाहन चालकों की सुरक्षा का भी खास ध्यान रखा जाएगा। इसी कारण रूट डायवर्ट किया जाएगा।

रूट डायवर्जन के दौरान, यातायात के सुचारू आवागमन के लिए एनसीआरटीसी की ओर से प्रकाश की बेहतर व्यवस्था की गई है। इसी के साथ ट्रैफिक मार्शल भी तैनात किए जाएंगे। ये ट्रैफिक मार्शल लाल व हरे झंडे, सीटी, रिफ्लेक्टिव जैकेट, हेलमेट और लाइटिंग बैटन के साथ लैस होंगे व स्थानीय ट्रैफिक पुलिस के सहयोग से यातायात व्यवस्था संभालते हैं। वहीं क्रैश बैरियर भी लगाए जाएंगे।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts