जाटव समाज के लोगों ने आरक्षण में उपवर्गीकरण को लेकर किया प्रदर्शन
भारतीय बौद्ध महासभा के जिलाध्यक्ष ने वाल्मीकि समाज पर दिया विवादित बयान
मेरठ। सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति के आरक्षण में उपवर्गीकरण के फैसले के समर्थन में वाल्मीकि समाज हैं। वहीं जाटव समाज फैसले का विरोध कर रहा है। उन्होंने विरोध जताते हुए भारत बंद का ऐलान भी किया है। भारतीय बौद्ध महासभा के जिला अध्यक्ष ज्ञापन देने कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां जाटव समाज ने ज्ञापन दिया।
भारतीय बौद्ध महासभा के जिला अध्यक्ष आरपीएस हरित ने कहा कि अनुसूचित जाति के आरक्षण में उपवर्गीकरण का फैसला गलत हैं। वे सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को अनुसूचित जाति और जनजाति के पूर्व प्रदत्त आरक्षण में एडिशन डिलीशन और मॉडिफिकेशन का कोई अधिकार नहीं हैं।
भारतीय बौद्ध महासभा के जिला अध्यक्ष ने कहा कि वाल्मीकि समाज का बड़ा तबका अभी भी अशिक्षित है। उन्हें आरक्षण के उपवर्गीकरण का ज्ञान नहीं हैं। अध्यक्ष के बयान के बाद वाल्मीकि समाज में आक्रोश है। उनका कहना है कि जाटव समाज खुद को शिक्षित मानता है। अब ऐसे में यदि सरकार उनके पिछड़े हुए भाइयों को अपना हक दे रही है तो उन्हें कोई तकलीफ नहीं होनी चाहिए। वे इस संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन भी देंगे।
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