गम के बीच विनेश फोगाट को पेरिस में वो खुशी मिली
जिसे वो जिंदगी भर नहीं भुला पाएंगी, अब से कुछ घंटों में पेरिस से लौटेंगी विनेश
पेरिस, एंजेसी। पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने के बाद विनेश फोगाट भारत लौट रही हैं। पेरिस में फाइनल तक पहुंचने के बावजूद उन्हें कोई भी मेडल नसीब नहीं हुआ था. इसके बावजूद उन्हें किसी बात का गम नहीं हैं, क्योंकि उन्हें इससे भी बड़ी खुशी मिल गई है। आज विनेश पेरिस से वापस लौट रही है।
पेरिस ओलंपिक विनेश फोगाट के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था। उन्होंने फाइनल में पहुंचकर एक मेडल पक्का कर लिया था। वो इस बार गोल्ड मेडल का भी दावेदार मानी जा रही थीं, लेकिन उनकी किस्मत में कुछ और ही लिखा था। फाइनल मुकाबले से पहले विनेश का वजन उनकी वेट कैटेगरी से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया। इसके कारण उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। इसका नतीजा ये हुआ कि सिल्वर पक्का कर चुकी विनेश को एक मेडल भी नसीब नहीं हुआ। इस फैसले के खिलाफ जब उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपील की तो वहां भी उनकी याचिका खारिज हो गई। इसके बावजूद विनेश काफी खुश हैं, क्योंकि इस गम के बीच पेरिस में उन्हें वो चीज मिल गई, जिसकी खुशी वो जिंदगी भर सेलिब्रेट करती रहेंगी।
मेडल हारने के बावजूद क्यों खुश हैं विनेश?
पेरिस ओलंपिक में निराशा हाथ लगने के बाद विनेश फोगाट आज अपने देश लौट रही हैं। अब से एक घंटे के बाद सुबह 10 बजे वो दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड कर जाएंगी। भारत में उनके शानदार स्वागत की पूरी तैयारी हो गई हैं। भारतीय पहलवान पेरिस में मेडल चूकने के बाद देश वापस आ रही हैं। हालांकि, खाली हाथ लौटने के बावजूद विनेश को कोई दुख नहीं है। इसका कारण है क्वार्टर फाइनल मुकाबले में वर्ल्ड की नंबर 1 पहलवान युई सुसाकी के खिलाफ मिली जीत।
विनेश के कोच वूलर एकॉस ने खुलासा किया है कि मेडल नहीं मिलने के बावजदू वो खुश हैं।उन्होंने डिस्क्वालिफाई होने के बाद कहा था कि “कोच निराश ना हों। मैंने दुनिया की बेस्ट पहलवान को हराया है। मैंने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया। मैंने साबित कर दिया है कि मैं बेस्ट पहलवानों में से एक हूं। हमारे गेम प्लान ने काम किया है। मेडल तो सिर्फ एक चीज है, प्रदर्शन मायने रखता है.” इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि पेरिस में विनेश को ऐसी खुशी मिली है, जिसे वो कभी नहीं भुला पाएंगी।
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